Ravichandran Ashwin: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने दलीप ट्रॉफी में DRS के नियम को लाने के लिए BCCI के कदम की सराहना की है.
07 September, 2024
Ravichandran Ashwin: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने घरेलू क्रिकेट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) के इस्तेमाल का समर्थन किया है. उन्होंने मौजूदा दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में DRS के नियम को लाने के लिए BCCI के कदम की सराहना की है. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में DRS को लेकर कहा कि इससे उभरते हुए युवा बल्लेबाजों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने से पहले आवश्यक तकनीकी बदलाव करने में मदद मिलेगी.
रिकी भुई के आउट होने पर रखी अपनी
रविचंद्रन अश्विन शुक्रवार शाम को दलीप ट्रॉफी के अनंतपुर चरण में खेले गए मुकाबले में बल्लेबाज रिकी भुई के LBW आउट होने पर अपनी राय दी. दरअसल, शुक्रवार को इंडिया D के बल्लेबाज रिकी भुई जब इंडिया C के खिलाफ 44 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो वह काफी सहज दिख रहे थे. लेकिन तभी उन्होंने अचानक गेंद को डिफेंड किया और गेंद उनके पैड पर लग गई. मैदानी अंपायर ने शुरू में उन्हें आउट नहीं दिया, मगर गेंदबाज ने DRS लिया और रिकी भुई को आउट होकर मैदान से वापस जाना पड़ा.
क्या है DRS?
DRS को डिसीजन रिव्यू सिस्टम कहा जाता है. यह एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें कोई भी खिलाड़ी अंपायर के फैसले को चुनौती देता है. अंपायर के फैसले को चुनौती देने वाली टीम के पास रिव्यू लेने या न लेने का फैसला करने के लिए 15 सेकंड का समय होता है. इसके बाद वीडियो रीप्ले और बॉल ट्रैकर, हॉकआई, हॉट स्पॉट, पिच मैपिंग जैसी तकनीक मदद से फैसले का रिव्यू किया जाता है. डीआरएस को टेस्ट क्रिकेट में साल 2008 से लागू किया गया. साल 2011 में इसे वनडे क्रिकेट में शामिल किया गया. वहीं, T20 में 2017 में लागू किया गया.
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