5 Feb 2024
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मालिक विजय शेखर शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे। विजय शेखर इस बात से बेहद प्रभावित हुए थे कि जैक मा का अलीबाबा ग्रुप डेस्कटॉप कंप्यूटर को छोड़कर स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल कर रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए विजय शेखर ने आगे चलकर एक डिजिटल ट्रान्जेक्शन कंपनी पेटीएम का निर्माण किया, जिससे इंडियन्स स्मार्टफेन के इस्तेमाल से बिजली, मूवी टिकट खरीदने या सब्जी जैसी हाउस होल्ड चीजों के बिल को चुकाने का ऑप्शन देती है।
फिर आगे चलकर विजय शेखर ने एक स्मार्टफोन मार्केटप्लेस बनाने की प्लानिंग की, जहां माचिस से लेकर हर छोटी से छोटी चीज को ऑनलाइन ट्रान्जेक्शन के द्वारा आसानी से खरीदा जा सकता था। हालांकि, आज पेटीएम कंपनी बिजनेस में बहुत बड़ी मुसीबत का सामना कर रही है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक इन्सट्रक्शन दिया गया है कि वो अपने अधिकतर बिजनेस पर रोक लगा दे।
क्या है पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मुसीबत?
पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को आरबीआई द्वारा 29 फरवरी 2024 के बाद किसी भी यूजर के अकाउंट, डिपोजिट व टॉपअप, फास्टैग और वॉलेट को स्वीकार न करने का इन्सट्रक्शन दिया है। इससे पहले 11 मार्च 2022 को आरबीआई ने पीपीबीएल को नए यूजर्स जोड़ने से मना कर दिया था।
हालांकि, यूजर्स पेटीएम वॉलेट का तब तक ही इस्तेमाल कर सकते हैं जब तक उनके वॉलेट में पैसा बचा हुआ है। वहीं यूजर्स 29 फरवरी के बाद पेटीएम वॉलेट में पैसा नहीं जमा कर सकते है। साथ ही पेटीएम वॉलेट के टॉपअप बंद कर दिए जाएंगे।
कौन है पेटीएम पेमेंट्स बैंक का मालिक?
वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की सबसीडिरी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) है। पीपीबीएल शेयर पूंजी (सीधे और सहायक कंपनी के जरिए से) का 49 प्रतिशत हिस्सा वन97 कम्युनिकेशंस के पास है। पेटीएम बैंक का 51 प्रतिशत हिस्सा विजय शेखर शर्मा का है।
ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?
29 फरवरी तक पेटीएम वॉलेट यूजर ट्रान्जेक्शन कर सकते हैं। हालांकि, यूजर्स 29 फरवरी के बाद अपनी मौजूदा बची हुई राशि का उपयोग उसके खत्म होने तक कर सकते हैं। दरअसल, पेटीएम यूजर्स वॉलेट में 29 फरवरी के बाद कोई पैसा जमा नहीं कर पाएंगे।
यूजर्स के लिए क्या ऑप्शन है?
इस दौरान वॉलेट सेवाएं 20 से ज्यादा बैंक और गैर-बैंकिंग संस्थाएं देती हैं। जिसमें एचडीएफसी, अमेजन पे , फोनपे, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और मोबिक्विक अहम हैं। इसके साथ ही 37 बैंक फास्टैग सेवा प्रदान करते हैं। जिनमें प्रमुख हैं- एयरटेल पेमेंट्स बैंक, एसबीआई, आईडीएफसी, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी। इस सुविधा के द्वारा फास्टैग को यूजर्स अपने इंटरनेट बैंकिंग, फोनपे, मोबाइल बैंकिंग और गूगलपे से आसानी से रिचार्ज कर पाएंगे।
आरबीआई ने पेटीएम पर शिकंजा क्यों कसा?
इस दौरान बैंकिंग रेगुलेटर पेटीएम पेमेंट्स बैंक में लगातार गड़बड़ी होने का संकेत दे रहा था। सूत्रों के मुताबिक, पेटीएम के मनी लॉन्डरिंग, कन्सर्न और सैकड़ों करोड़ रुपये के स्सपीशियस ट्रान्जेक्शन के चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मालिक विजय शेखर शर्मा को शिकंजे में ले लिया।
कंपनी ने क्या कहा?
पेटीएम मैनेजमेंट के अनुसार पीपीबीएल बिजनेस बनाए रखने के लिए आरबीआई से बातचीत कर रहा है। पेटीएम आरबीआई के निर्देशों को फॉलो करने के लिए रेडी है।
लगातार शेयर में गिरावट
पेटीएम के शेयर में सोमवार को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट आई है। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में और 10 प्रतिशत गिर गए। बीएसई पर शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 438.35 रुपये पर आ गए। एनएसई पर 9.99 प्रतिशत गिरकर 438.50 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी के शेयर में 42 प्रतिशत से अधिक गिरावट आई है। इससे उसके बाजार मूल्यांकन को 20,471.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।