Andaman and Nicobar : अंडमान और निकोबार प्रशासन सी-प्लेन सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है. केंद्र सरकार की योजना है कि तीन सालों में 100 से ज़्यादा रूट पर सी-प्लेन सेवा शुरू की जाए.
Andaman and Nicobar : सी-प्लेन सेवा शुरू करने के पीछे मकसद है कि इससे क्षेत्रीय हवाई संपर्क बढ़े और पर्यटन को बढ़ावा मिले. सी-प्लेन एक फ़िक्स्ड-विंग विमान होता है, जिसे उड़ान भरने और लैंड करने के लिए कंक्रीट रनवे की ज़रूरत नहीं होती. यह पानी के ऊपर से होकर गुज़रता है. सी-प्लेन का इस्तेमाल कई कामों के लिए किया जाता है, जैसे कि जंगल में आग बुझाना, मछली पकड़ने के इलाकों की निगरानी करना, और दूर-दराज़ के इलाकों में मदद पहुंचाना. इसके अलावा, सरकार अंडमान और निकोबार समेत कई जगहों पर पानी के इलाकों में हवाई क्षेत्र स्थापित करने की भी योजना बना रही है.
Andaman and Nicobar : क्षेत्रीय हवाई संपर्क के साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
Andaman and Nicobar : पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अंडमान एवं निकोबार प्रशासन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI ) के साथ मिलकर पोर्ट ब्लेयर और द्वीपसमूह के अन्य द्वीपों के बीच सीप्लेन कनेक्टिविटी विकसित करने की योजना बना रहा है,
Andaman and Nicobar : अंडमान एवं निकोबार के बीच योजना बन रही है
केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन पोर्ट ब्लेयर और स्वराज द्वीप, पोर्ट ब्लेयर और शहीद द्वीप और श्री विजया पुरम द्वीप और उत्तर और मध्य अंडमान, अंडमान एवं निकोबार प्रशासन के बीच सीप्लेन सेवा की योजना बना रहा है,
अंडमान एवं निकोबार के बीच सीप्लेन सेवा की योजना बन रही है
अधिकारी ने बताया, की “रविवार को कनाडा की डी हैविलैंड एयरक्राफ्ट कंपनी ने हेलीपैड से स्वराज द्वीप तक सीप्लेन सेवा का तकनीकी प्रदर्शन किया और वापसी सेवा श्री विजया पुरम (पोर्ट ब्लेयर) में मरीना वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में उतरी. अंडमान और निकोबार प्रशासन के नागरिक उड्डयन निदेशक जतिंदर सोहल ने बताया कि डी हैविलैंड ट्विन ओटर सीप्लेन जमीन और पानी दोनों पर उड़ान भरने और उतरने में सक्षम है और इसकी क्षमता 16 यात्रियों को ले जाने की है।