Surya Grahan 2024 Date & Time : साल का अंतिम सूर्य ग्रहण (solar eclipse) लगने वाला है. 6 घंटे से भी अधिक समय तक लगने वाला सूर्य ग्रहण कहां-कहां नजर आएगा? क्या सूतक काल भी लगेगा? पूरी जानकारी के लिए यह पूरी स्टोरी पढ़िये.
Surya Grahan 2024 Time : साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) 2 अक्टूबर (बुधवार) की रात को 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और 3 अक्टूबर (गुरुवार) को सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा. साल का यह अंतिम सूर्य ग्रहण कुल 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगा. दुनिया के कई हिस्सों में यह ग्रहण दिखाई देगा, लेकिन यह भारत में नहीं दिखाई देगा.
ऐसे में यहां पर सूतक काल (Sutak Kaal Timing) भी नहीं लगेगा. बावजूद इसके जो लोग ग्रहण को मानते हैं वह सूतक काल भी मानेंगे. ज्योतिषियों और पंडितों के अनुसार, सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले ही सूतक काल लग जाता है. अमूमन भारतीय जो लोग सूतक काल मानते हैं वह इसके नियमों का पालन करेंगे.
solar eclipse कब होगा सूर्य ग्रहण का मध्य ?
भारतीय समय के अनुसार, 2 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू होगा. इस ग्रहण का मध्य काल रात्रि 12 बजकर 15 बजे होगा, वहीं इसका समापन 3 अक्टूबर की रात 3 बजकर 17 मिनट पर होगा. सूर्य ग्रहण कुल 6 घंटे 4 मिनट तक रहने वाला है. खगोल शास्त्रियों के अनुसार, सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना खतरनाक हो सकता है.
विशेषज्ञों का भी मानना है सूर्य ग्रहण के दौरान निकलने वाली हानिकारक किरणें आंखों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में लोगों को सूर्य ग्रहण देखने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.
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surya grahan 2024 time in india कहां-कहां देखा जा सकेगा ग्रहण ?
पंडितों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को अश्विन अमावस्या के दिन लगेगा. हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, हमेशा ही सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन ही लगता है वहीं, चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है.
खगोल शास्त्रियों 2 अक्टूबर और 3 अक्टूबर की मध्य रात्रि लगने वाला सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड, चिली, अर्जेंटीना, ब्राजील, मैक्सिको, उरुग्वे, पेरू, फिजी, इक्वेडोर, अंटार्कटिका, टोंगा, अमेरिका, परागुआ जैसे देशों में देखा जा सकेगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण है, इसलिए चिली और अर्जेंटीना में भी लोग इसे देख सकेंगे.
solar eclipse क्या लगेगा सूतक काल
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, चंद्र ग्रहण हो या फिर सूर्य ग्रहण, 12 घंटे पहले ही सूतक काल लग जाता है. ग्रहण के दौरान और 12 घंटे पहले कोई मांगलिक कार्य नहीं होता है.
जानकारों की मानें तो ग्रहण के दौरान खाना, भोजन बनाना और पूजा पाठ नहीं किया जाता है. ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद ही सभी कार्य किए जाते हैं. यहां तक कि मंदिरों को पूरी तरह से धोया जाता है-सफाई की जाती है.
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