Chandra Grahan 2024: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लग चुका है. ऐसे में आज हम आपको चंद्रमा से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताएंगे, जिनके बारे में आपने कभी सुना नहीं होगा.
18 September, 2024
Chandra Grahan 2024: वैदिक पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद पूर्णिमा 18 सितंबर को है. इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है जो साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बताया गया है. ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहण सुबह 06:12 बजे से शुरू होकर सुबह 10:17 बजे समाप्त होगा. हालांकि, ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसी के चलते इस दौरान सूतक भी मान्य नहीं होगा. ऐसे में आज हम आपको चंद्रमा से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताएंगे, जिनके बारे में आपने कभी सुना नहीं होगा.
प्राकृतिक उपग्रह
चंद्रमा धरती का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह (Natural Satellite) है, लैटिन में चंद्रमा को लूना कहा जाता है.
पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी
पृथ्वी से चंद्रमा औसतन 238,855 मील (384,400 किलोमीटर) की दूरी पर है. चांद का वातावरण बेहद कमजोर और पतला है, जिसे बाह्यमंडल नाम दिया गया है.
इंटरनेशनल मून डे
हर साल 20 जुलाई को इंटरनेशनल मून डे मनाया जाता है. चंद्रमा पर पहला कदम नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन ने 20 जुलाई 1969 को रखा था.
कैसे हुआ चंद्रमा का निर्माण
NASA के का कहना है कि कई अरब साल पहले मंगल की शेप के के पृथ्वी से टकराने के बाद ही चंद्रमा का निर्माण हुआ था.
चंद्रमा का तापमान
चंद्रमा का सबसे ठंडा टेंपरेचर -173°C (-279°F) और सबसे गर्म टेंपरेचर 127°C (260°F) है.
चंद्रमा का एक चक्कर
चांद की शेप पृथ्वी के शेप के एक चौथाई से थोड़ी बड़ी है. पृथ्वी को चंद्रमा का एक चक्कर लगाने में 27 दिन लगते है और 27.3 दिन अपने अक्ष के चारो ओर 1 पूरा चक्कर लगाने में लगते हैं.
कैसा दिखता है चंद्रमा
चंद्रमा पूर्णिमा के दिन एकदम गोल नजर आता है, मगर असल में ये प्राकृतिक उपग्रह अंडाकार है.
किसे कहा जाता है पेरिग्री
चंद्रमा जब पृथ्वी के बेहद करीब होता है तो इसे पेरिग्री कहा जाता है. इस दौरान पृथ्वी की घूर्णन गति थोड़ी धीमी होती है.
दूर होता जा रहा है चंद्रमा
NASA के वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी से दूर होता जा रहा, जो यह हर साल करीब एक इंच दूर हो रहा है.
ऐसे हुए थी चंद्रमा की खोज
नासा के स्ट्रैटोस्फेरिक ऑब्ज़र्वेटरी फॉर इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) द्वारा अक्टूबर 2020 में चांद पर पानी की खोज की गयी थी जो एक ऐतिहासिक घटना थी.
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