Sambhal Latest News: संभल में बुधवार को ऐतिहासिक धरोहरों के निरीक्षण के लिए ASI की टीम सर्वे के लिए पहुंची है. वहीं, जामा मस्जिद के पास प्राचीन कूप मिला.
Sambhal Latest News: उत्तर प्रदेश के संभल से एक बार फिर बड़ी जानकारी सामने आ रही है. संभल में ऐतिहासिक धरोहरों के निरीक्षण के लिए एक बार फिर से ASI यानी भारतीय पुरातत्व की टीम पहुंची है. ASI की टीम ने पृथ्वीराज चौहान की बावड़ी, दरबार कूप, जामा मस्जिद, दरगाह, सरायतरीन और चंद्रेश्वर तीर्थ का निरीक्षण किया है. दूसरी ओर जामा मस्जिद के नजदीक डाक खाने के बगल में एक और प्राचीन कूप मिला है.
कुएं पर किया गया था अवैध कब्जा
दरअसल, संभल में प्रशासन की ओर से लगातार ऐतिहासिक धरोहर की तलाश जारी है. कुछ दिनों पहले जिला प्रशासन से कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि मोहल्ला कोटपूर्वी में जामा मस्जिद के पास कुछ लोगों ने कुएं पर अवैध अतिक्रमण किया है. इसके बाद जिले DM यानी जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने टीम गठित की थी.
टीम ने एक दिन पहले बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया. इसके बाद कुएं की तलाश की गई. बाद में बुधवार को कुएं की खुदाई शुरू की गई थी. खुदाई के दौरान अचानक नल का एक पाइप मिला. ऐसे में माना जा रहा है कि कुएं के ऊपर अवैध कब्जा करके इसे भर दिया गया था. यह कुआं जामा मस्जिद से 50 मीटर दूर डाकखाना तिराहा के निकट स्थित है. कुएं की खुदाई को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.
मौके पर पुलिस बल के साथ तैनात जिले के SSP श्रीश्चंद्र शर्मा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने दावा किया था कि इस कुएं के पानी से पूजा करते थे. दूसरे समुदाय की ओर से अतिक्रमण करने के बाद इसे बंद कर दिया गया था. अब नियमानुसार इसकी खुदाई कराई जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले के लिए जो भी दोषी है, उसकी जांच करने के बाद कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
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संभल में है 19 कूप और 68 तीर्थ
दूसरी ओर, संभल में ऐतिहासिक धरोहरों के निरीक्षण एक बार फिर से ASI टीम ने दौरा किया है. टीम ने सरायतरीन की जामा मस्जिद, बाबड़ी और चंद्रेश्वर तीर्थ का सर्वे किया. ASI के टीम के सर्वे के कार्यक्रम को प्रशासन ने बेहद गोपनीय रखा था. हयातनगर इलाके में उपनगरी सरायतरीन में ऐतिहासिक स्ट्रक्चर का भी निरीक्षण किया.
इस दौरान कब्रिस्तान के मुतबल्ली ने सारी संपत्ति को निजी बताया. इसके बाद ASI की टीम पृथ्वीराज चौहान की बाबड़ी (चोर कुआं) का सर्वे किया. प्राचीन चंद्रेश्वर तीर्थ का भी टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले DM डॉ. राजेंद्र पैंसिया और SP कृष्ण विश्नोई ने अधिकारियों के साथ चंदेश्वर महादेव तीर्थ और पृथ्वीराज चौहान की बाबड़ी का सर्वे किया था. बता दें कि संभल में पौराणिक मान्यताओं के अनुसार 19 कूप, 36 पुरवे, 52 सराय और 68 तीर्थ मौजूद हैं. इनके जीर्णोद्धार के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम कर रहा है.
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