Moradabad Temple News: मुरादाबाद जिले के दौलताबाद इलाके में स्थिति मंदिर को 4 दशक के बाद खोला गया. साफ-सफाई के बाद जल्द ही यहां लोग पूजा कर सकेंगे.
Moradabad Temple News: उत्तर प्रदेश में मंदिर और मस्जिद को लेकर विवाद जारी है. मस्जिदों के नीचे मंदिरों के साक्ष्य मिलने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर राजनीति भी हो रही है. इस सबके बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक मंदिर 44 सालों के बाद खुला है. यह मंदिर मुरादाबाद के दौलताबाद इलाके में है. मुरादाबाद में सांप्रदायिक हिंसा के कारण दशकों पहले बंद दौलताबाग क्षेत्र में मौजूद इस मंदिर को बंद कर दिया गया था. स्थानीय प्रशासन और प्राधिकारियों ने इसे दोबारा खोल दिया है. यह मामला उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लंबे समय से बंद अथवा मंदिरों को पूजा-अर्चना के लिए पुनः खोले जाने के संदर्भ में सामने आया है. अधिकारियों की मानें तो इस मंदिर को सोमवार (30 दिसंबर) को खोला गया.
मंदिर में रखी कुछ मूर्तियां गायब
नागफनी थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि स्थानीय प्रशासन के आदेश पर पुलिस और स्थानीय निकाय के कर्मचारियों ने मंदिर को दोबारा खुलवाया. इस दौरान किसी ने मंदिर खुलवाने का विरोध भी नहीं किया. स्थानीय निवासी चाहे वह किसी भी समुदाय से क्यों नहीं हो, उसने किसी तरह का विरोध नहीं किया. सुनील कुमार ने बताया कि मंदिर खोले जाने पर कुछ मूर्तियों के गायब होने की जानकारी सामने आई है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि स्थानीय निकाय के अधिकारियों की निगरानी में निर्माण अथवा मरम्मत का कार्य हो रहा है.
जल्द होगा मंदिर की मरम्मत का काम
सुनील कुमार का दावा है कि जल्द ही मंदिर की मरम्मत का कार्य करा दिया जाएगा. मंदिर परिसर की सफाई भी करा दी जाएगी. जल्द ही यह मंदिर पूरी तरह से पूजा के लिए तैयार हो जाएगा. श्रद्धालु आगामी कुछ दिनों में यहां पर पूजा पाठ के लिए आ सकेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ी है और किसी भी समूह की ओर से कोई बाधा या आपत्ति की सूचना नहीं है.
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