Mahakumbh 2025: गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में सोमवार को घने कोहरे और कड़ाके के सर्दी के बीच भी मोक्ष की तलाश में लोगों की भक्ति देखने को मिली.
Mahakumbh 2025: अध्यात्म , ज्योतिष, संस्कृति, धर्म, परंपरा और आधुनिक तकनीक… यह सभी सोमवार को तीर्थराज प्रयागराज में गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम में एक हो गए. उत्तर प्रदेश के तीर्थनगरी प्रयागराज में आस्था के महाकुंभ के पहले दिन ही 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों पवित्र स्नान किया. गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में सोमवार को घने कोहरे और कड़ाके के सर्दी के बीच भी मोक्ष की तलाश में लोगों की भक्ति देखने को मिली.
‘जय गंगा मैया’ से गूंजा प्रयागराज
144 बाद बन रहे दुर्लभ संयोग के बीच 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों पवित्र स्नान किया. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी बयान में इस बात की जानकारी दी गई है. प्रयागराज में महाकुंभ में हिमालय में अपने निवास से राख से लिपटे साधु, देश-विदेश से आए धार्मिक लोगों ने ‘जय गंगा मैया’, ‘हर हर महादेव’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए आस्था के महाकुंभ में डुबकी लगाई.
पौष पूर्णिमा के अवसर पर भोर में घने कोहरे के बीच शंखनाद और भजनों की ध्वनि के साथ जैसे ही प्रसिद्ध मेला रूप से शुरू हुआ, वैसे ही तीर्थ नगरी में आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह शुरू हो गया. आई महिलाओं का समूह लोकगीत गाते हुआ दिखा, वहीं, दक्षिण कोरिया से यूट्यूबर्स की एक टीम महाकुंभ की विभिन्न तस्वीरें लेने में व्यस्त थी. इस दौरान प्रशासन की भी मुस्तैदी सराहनीय थी. मेला प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पहले कुछ घंटों में ही 250 से अधिक लोग मेले में खो गए, लेकिन प्रशासन के प्रयासों से उन्हें ढूंढ लिया गया.
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मुख्यमंत्री योगी ने भी जताई खुशी
उत्तर प्रदेश सरकार ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई तरह की तैयारियां पहले से ही कर रखी थी. भुला-भटका शिविर, पुलिस सहायता केंद्र और निगरानी टावरों पर कर्मियों की तैनाती लगातार देखी गई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने X पोस्ट में इस बात का जिक्र किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि आज प्रथम स्नान पर्व पर 1.50 करोड़ सनातन श्रद्धालुओं ने अविरल और निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया.
पवित्र संगम तट पर श्रद्धालुओं का समुद्र उमड़ रहा है, देश विदेश से आये श्रद्धालु 144 वर्षों के बाद आये इस दुर्लभ संयोग में माँ गंगा के किनारे पूजा अर्चना कर पुण्यलाभ कमा रहे हैं।#एकता_का_महाकुम्भ pic.twitter.com/5LpEFlcZZ6
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 13, 2025
गौरतलब है कि 12 साल बाद आयोजित होने वाले इस मेले में 45 दिनों तक उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद जताई गई है. इसमें कई विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. इसके साथ ही 144 साल बाद बन रहे दुर्लभ खगोलीय संयोग के कारण महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए और भी ज्यादा शुभ हो गया है. तीर्थनगरी प्रयागराज में सोमवार से शुरू हुए लोक आस्था का महापर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है.
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