Deoband Explosion 1993 : साल 1993 में विस्फोट करने वाला आरोपी नजीर अहमद मुस्तफा को यूपी एटीएस ने जम्मू-कश्मीर में दबोच लिया. 30 सालों से फरार आरोपी को पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किया.
18 November, 2024
Deoband Explosion 1993 : यूपी एटीएस ने देवबंद ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से आतंकी नजीर अहमद उर्फ मुस्तफा बानी उर्फ जावेद इकबाल को घटना के 30 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है. नजीर अहमद पर साल 1993 में देवबंद में विस्फोट का आरोप लगा था और 1994 में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद फरार हो गया था. ATS इसके बाद से ही नजीर की तलाश कर रही है. वह सुरक्षा बलों से बचने के लिए अपना फेस और पहचान दोनों बदलकर विभिन्न स्थानों पर अपनी जिंदगी काट रहा था और इस पर सरकार ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.
दो पुलिसकर्मी पर फेंका था ग्रेनेड
देवबंद में रेती चौक पर यूपी पुलिस के दो कांस्टेबल कन्हैया लाल और अर्जुमन अली की ड्यूटी लगी हुई थी, इसी दौरान उनके ऊपर ग्रेनेड फेंक दिया. इसमें दो कांस्टेबल के अलावा देवबंद निवासी प्रकाश और सुखबीर भी घायल हो गए थे. इस घटना का केस देवबंद थाने में दर्ज किया गया था. वहीं, सहारनपुर देहात के एसपी सागर जैन ने कहा कि मामला 30 से ज्यादा पुराना है लेकिन 1994 से फरार आरोपी के खिलाफ कोर्ट ने स्थायी वारंट जारी कर दिए. थाना सहारनपुर और एटीएस सहारनपुर युनिट की एक संयुक्त टीम ने जम्मू-कश्मीर के बड़ गांव से गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया.
आतंकी संगठन से जुड़ा था आरोपी
बीते कुछ समय से एटीएस प्रभारी सुधीर कुमार उज्जवल टीम के साथ काम कर रहे थे, टीम ने जम्मू-कश्मीर में छापा मारकर आतंकी को गिरफ्तार कर लिया. मामला सामने के बाद एटीएस को पता चला कि नजीर पिछले कई सालों से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ मिलकर काम कर रहा था, फिलहाल आरोप से एटीएस पूछताछ कर रही है.
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