Gyanvapi Controversy : सीएम योगी के बयान से ज्ञानवापी का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहते हैं, लेकिन वह साक्षात विश्वनाथ हैं.
14 September, 2024
Gyanvapi Controversy : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyaya University) में दो दिवसीय संगोष्ठी में ज्ञानवापी (Gyanvapi) पर बड़ा बयान दिया है. सीएम योगी ने कहा कि ज्ञानवापी को लेकर आज लोग उसे किसी न किसी शब्द में मस्जिद कहते हैं. लेकिन सच तो यह है कि ज्ञानवापी असल में साक्षात बाबा विश्वनाथ है.
शंकर ने केरल में लिया जन्म फिर काशी पहुंचे
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केरल में एक संन्यासी जन्मा जिसके माता-पिता ने प्यार से उसका नाम शंकर रखा और ज्ञान प्राप्ति करने के बाद दुनिया उनको शंकराचार्य के नाम से जानने लगी. शंकराचार्य ने भारत के चारों कोनों पर पीठों की स्थापना की. सीएम योगी ने आगे कहा कि शंकराचार्य जब अपना अद्वैत ज्ञान प्राप्ति करने के बाद काशी में आए तो यहां पर साक्षात रूप से बाबा विश्वनाथ ने उनकी परीक्षा लेना चाही. ब्रह्मा मुहूर्त में जब आदि शंकर स्नान के लिए गंगा नदी जा रहे होते हैं तो उस दौरान बाबा विश्वनाथ प्रात: काल में एक सामान्य व्यक्ति के रूप में उनके सामने खड़े हो गए.
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर एवं हिन्दुस्तानी एकेडेमी उ.प्र., प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में गोरखपुर में आयोजित द्विदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी (समरस समाज के निर्माण में नाथ पंथ का अवदान) के उद्घाटन कार्यक्रम में… https://t.co/BGIaQXA9Rd
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 14, 2024
अचानक शंकर के सामने खड़े हुए विश्वानाथ
आदि शंकर के मार्ग पर जब बाबा विश्वनाथ खड़े हो गए तो उन्होंने कहा कि मेरे मार्ग से तुरंत हटो. इस पर विश्वनाथ ने चंडाल आदि ने शंकर से सवाल पूछा कि क्या तुम अपने आपको अद्वैत ज्ञान का अनुभवी मानते हो. आपका ज्ञान क्या कहता है तुम क्या सिर्फ इस भौतिक काया को देख रहे हो या फिर इसके अंदर बसे ब्रह्मा को भी देख रहे हो. अगर ब्रह्मा सत्य हैं तो वो आपके अंदर भी हैं और मेरे अंदर भी हैं. अगर अंदर बसे ब्रह्मा को तुम ठुकरा रहे हो तो तुम्हें ज्ञान प्राप्त नहीं है. विश्वनाथ के मुंह यह बात सुनकर शंकर हैरान रह गए थे.
मैं साक्षात स्वरुप विश्ननाथ हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि शंकर हैरानी भरी निगरानी से पूछा कि आप कौन हैं? तो उन्होंने कहा कि आप जिस ज्ञानवापी की साधना के लिए दुर्भाग्य से उसे दूसरे शब्दों में मस्जिद कहते हैं. लेकिन वो ज्ञानवापी साक्षात विश्वनाथ ही हैं. जिस केरल से चलकर आप ज्ञानवापी आए हो मैं साक्षात स्वरुप विश्वनाथ हूं.
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