Unique Wedding : गुजरात के राजकोट के रामोद गांव में बुधवार को एक जोड़े ने श्मशान घाट में सात फेरे लिए हैं.
18 April, 2024
Unique Wedding : शादी-विवाह शुभ अवसरों में से एक माना जाता है, लेकिन अगर हम आपको यह कहें कि श्मशान घाट में शादी हुई है तो शायद आप भरोसा नहीं करेंगे. गुजरात के राजकोट के रामोद गांव में बुधवार को एक ऐसी अनोखी शादी हुई जिसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है. इस शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. एक जोड़े ने श्मशान घाट में सात फेरे लिए हैं. हजारों लोग इस शादी का हिस्सा बने. जोड़े का कहना है कि समाज में फैले अंधविश्वास और रूढ़वादिता को तोड़ने के लिए यह कदम उठाया है.
समाज को दिया यह संकेत
दुल्हन के पिता मनसुखभाई राठौड़ ने कहा कि यह वो जगह है जहां लोगों को दफनाया जाता है और हमने यहां शादी समारोह कर, समाज को यह संकेत देने का काम किया है कि हम शुभ या अशुभ में विश्वास नहीं करते हैं. यह शादी वैज्ञानिक मान्यताओं के इर्द-गिर्द घूमती है और इसने अंधविश्वास को नजरअंदाज कर दिया है. वहीं, दूल्हे के परिवार वालों, रिश्तेदारों और दोस्तों का स्वागत करने के लिए दुल्हन के परिवार ने काली पोशाक पहनी थी. साथ ही शादी के लिए किसी शुभ मुहूर्त का इंतजार नहीं किया गया.
दूल्हा और दुल्हन ने जताई खुशी
दूल्हे जयेश सरवैया ने कहा कि इस शादी के जरिए मेरा इकलौता मकसद अंधविश्वास को झुठलाना है. आप अपनी शादी में जो चाहें पहन सकते हैं.आपकी अपनी मान्यताएं हो सकती हैं लेकिन अंधविश्वास नहीं. दूसरी तरफ दुल्हन पायल राठौड़
ने कहा कि मैं हमारे समाज की बुरी परंपराओं में विश्वास नहीं करती. हम कहते हैं कि काला पहनना एक बुरा संकेत है, इसलिए मैं सफेद कपड़े नहीं पहन रही हूं. कोई फर्क नहीं पड़ता कि काला, सफेद, लाल या कोई दूसरा रंग, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. ये आपकी इच्छा है कि आपको क्या पहनना है. दूल्हा और दुल्हन ने खुशी जताई की कि वे अपनी शादी के जरिए कई तरह के अंधविश्वास और सदियों पुरानी मान्यताओं को दूर करने में कामयाब रहे.
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