Niranjani Akhara : निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज को ‘सर तन से जुदा’ करने की धमकी मिली है. महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर रोक लगाने वाली बात कहने पर यह धमकी भरा पत्र भेजा है.
Mahamandleshwar of Niranjani Akhara : मध्य प्रदेश के उज्जैन में गंगागाट पर स्थित श्री मौन तीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज को ‘सर तन से जुदा’ करने की धमकी मिली है. उन्हें उर्दू भाषा में लिखा पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें जान से मारने की धमकी मिली है. बताया जा रहा है कि यह पत्र प्रयागराज से भेजा गया है क्योंकि उन्होंने महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर बैन लगाने की बात कही थी.
राम मंदिर में गूंजेगी अजान?
वहीं, पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि एक अयोध्या में स्थित राम मंदिर में भी अजान गूंजेगी. वहीं, मामले पर महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज का कहना है कि सगीर अहमद पिता रिजवान नाम के शख्स ने उर्दू भाषा में इस पत्र को लिखकर इलाहाबाद से उज्जैन आश्रम मौन तीर्थ पर भेजा है. धमकी भरे पत्र सामने आने के बाद डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव से सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि प्रयागराज से सभी को पधारने के लिए निमंत्रण मिल रहा है, लेकिन मुझे वहां से मौत का निमंत्रण आया है. उर्दू पत्र में अशब्द के अलावा जान से मारने की धमकी भी मिली है.
पत्र में महामंडलेश्वर को बताया बदतमीज
चिट्ठी में लिखा था कि काफिर सुमनानंद गिरि तू बार-बार नबी की तौहीन करता है. नामुराद तुम अच्छी तरह से जानते हो कि गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा है जिस्म से जिस्म को अलग करना. तुम बहुत मुनाफिक और बहुत बदतमीज आदमी हो. तुम्हारी पूरी जिंदगी हमारे रहम-ओ-करम पर है. पत्र में आगे कहा गया है कि हम अपने दीन और ईमान की हिफाजत में पूरी तरह से मजबूत हैं. राम मंदिर पर एक दिन अजान जरूर गूंजेगी. अपने आपको बचाना चाहते हो तो बचा लो इंशाल्लाह हम कामयाब जरूर होंगे.
पहले भी मिली है जान से मारने की धमकी
महामंडलेश्वर ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि मुझे धमकी मिली है. इससे पहले भानपुरा से उज्जैन लौटते वक्त कुछ लोगों ने उनका रास्ता भी रोका था और हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी थी. उन्होंने आगे कहा कि उस धमकी के एक हफ्ते बाद यह पत्र सामने आया है. इसके बारे में प्रशासन को पहले भी कई बार अवगत कराया गया है लेकिन इस पर प्रशासन ने ध्यान देने की जरूरत को नहीं समझा. पत्र में सर तन से जुदा जैसे नारे के साथ धमकी मिलने के बाद भी प्रशासन ने किसी भी प्रकार की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई. लेकिन हम डरने वाले नहीं है और सनातन की धर्म की सेवा के साथ प्रचार भी करते रहेंगे.
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