MP News: मध्य प्रदेश के ग्लालियर से जिंदगी जीने का हौसला देने वाला एक मामला सामने आया है. जायकेदार नाश्ते के साथ यहां के कर्मचारी लोगों का ध्यान खींचते हैं.
MP News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर का ‘मूक बधिर ब्रेकफास्ट भंडार’ अपने नाश्ते के साथ अपने कर्मचारियों को लेकर बेहद चर्चा में बना हुआ है. जायकेदार नाश्ते के साथ शुरुआत हो, तो दिन सुखद गुजरता है, लेकिन नाश्ते से भी ज्यादा यहां के कर्मचारी लोगों का ध्यान खींचते हैं.
इशारों में करते हैं बात
‘मूक बधिर ब्रेकफास्ट भंडार’ के कर्मचारी आपस में ही नहीं ग्राहकों से भी इशारों और सांकेतिक भाषा में बात करते हैं. कर्मचारी आटा गूंथने से लेकर स्नैक्स तलने तक इशारों और लिप-रीडिंग के जरिए बात करते हैं. संवाद के इस तरीके से किसी को कोई परेशानी नहीं होती. ये दुकान 15 साल पहले खुली थी. तब से ये दुकान दिव्यांगों को सम्मानजनक जिंदगी जीने में मदद कर रही है.
नहीं था रोजगार, शुरू किया स्टार्टअप
‘गूंगा बहरा नाश्ता भंडार’ के संचालन में मदद कर रहे सोनू वर्मा कहते हैं कि इस दुकान का नाम ‘मूक बधिर ब्रेकफास्ट भंडार’ इसीलिए रखा गया है क्योंकि यहां काम करने वाले लोग बोल या सुन नहीं सकते. वे एक-दूसरे से साइन लैंग्वेज में बात करते हैं. उन्होंने आगे बताया कि उनका भाई नवीन वर्मा बचपन से बोल-सुन नहीं सकता था. जब स्कूल खत्म हुआ तो काम करने के लिए कुछ नहीं था. इस बीच नवीन वर्मा ने 15 साल पहले अपने दोस्तों मनीष, अरुण, महेंद्र, धर्मेंद्र के साथ नाश्ते का स्टार्टअप शुरू किया.
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