Jammu-Kashmir Politics : जम्मूी-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बाद पीडीपी नेता ने आरक्षण को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह दीर्घकालिक गुणवत्ता और क्षमता के साथ समझौता है.
30 October, 2024
Jammu-Kashmir Politics : जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता वहीद उर रहमान पारा ने आरक्षण नीति को समाप्त करने वाली बात से राज्य की राजनीति में पारा बढ़ा दिया है. वहीद पारा ने बुधवार को आरक्षण नीति को समाप्त करने वाली मांग करते हुए कहा कि इससे शिक्षण और रोजगार संस्थानों की गुणवत्ता और क्षमता से समझौता किया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवा समावेश के हकदार हैं, बहिष्कार के नहीं हैं.
70 फीसदी से अधिक आबादी अनारक्षित
वहीद पारा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्स पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर पीएससी 2023 के नतीजों में केवल 40 फीसदी उम्मीदवारों का चयन ओपन मेरिट के आधार पर हुआ, जबकि राज्य की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी अनारक्षित श्रेणी से आती हैं, ऐसे में लाखों की संख्या में अनारक्षित युवकों को अपनी मेहनत का फल नहीं ले पाते हैं.
71 में से 42 आरक्षित सीट से आए
पीडीपी के नेता जम्मू-कश्मीर संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा 2023 के लिए बुलाए गए उम्मीदवारों पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे. एक लिस्ट के मुताबिक, मेडिकल परीक्षा के लिए बुलाए गए 71 उम्मीदवारों में से 42 आरक्षित श्रेणियों के थे. इस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार को योग्यता के खिलाफ इस अन्यायपूर्ण नीति को खत्म कर देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आरक्षण सही जनसंख्या अनुपात को दर्शाता हो.
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