Haryana Assembly Elections 2024 : हरियाणा में मतदान से पहले CM सैनी ने बीते 10 सालों में डबल इंजन की सरकार तरफ से किए गए कार्यों की उपलब्धियों को बताया. उन्होंने कहा कि इन 10 सालों में महिलाओं की सशक्तीकरण पर ध्यान दिया गया.
27 September, 2024
Haryana Assembly Elections 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख करीब आ गई है ऐसे में राज्य में रही सत्तारूढ़ पार्टियों ने अपनी उपलब्धियों को गिनाना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Naib Singh Saini) ने भी अपनी सरकार की उन उपलब्धियों का जिक्र किया है जिनके माध्यम से राज्य में महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ है. सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा में पिछले 10 सालों में डबल इंजन की सरकार ने बेटियों को बचाया भी है और उनकी उन्नति के लिए कई रास्ते भी खोले हैं.
महिला वोटर्स पर किया फोकस
आपको बताते चलें कि राज्य में किसी एक पार्टी की जीत को निश्चित नहीं बताया जा रहा है. मैदान में चार पार्टियों मुख्य रूप से अपनी सरकार बनाने का दावा पेश कर रही हैं जिनमें मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस, INLD-BSP गठबंधन और JJP-ASP(K) शामिल हैं. वहीं, BJP की तरफ से प्रचार कर रहे सीएम सैनी ने महिला वोटर्स पर फोकस करना शुरू कर दिया है. उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पोस्ट कर बताया कि हम माताओं-बहनों और बेटियों को न सिर्फ देवी का दर्जा देते हैं बल्कि उन्हें भाग्य लक्ष्मी भी मानते हैं.
46 लाभार्थियों को दिया 500 का सिलेंडर
इसके अलावा हरियाणा मुख्यमंत्री बताया कि सभी महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना के तहत प्रतिमाह 2100 रुपये देने का संकल्प हमारी सरकार ने किया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने झूठे वादे करके महिलाओं को दोखा देने का काम किया है और यह काम कभी BJP नहीं करती है. हरियाणा प्रदेश के 46 लाख परिवारों की लाभार्थी बहनों को गैस का सिलेंडर हम मात्र 500 रुपये में दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तीज के पावन अवसर पर BJP ने घोषणा की थी कि हम 500 रुपये में हर महिलाओं को सिलेंडर की सुविधा देंगे और फिर कांग्रेस कह रही है कि हम आएंगे तो सिलेंडर देंगे.
50% की गई बढ़ी महिलाओं की भागदारी
साथ ही सीएम सैनी ने बताया कि राज्य में साल 2014 में 1000 के मुकाबले 871 लिंगानुपात था जो अब बढ़कर 914 हो गया है. इसके अलावा राज्य में बेटियों के सशक्तीकरण पर ध्यान देते हुए हर 20 किलोमीटर पर एक राजकीय कन्या महाविद्यालय का निर्माण करवाया गया है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में एक महिला थाना भी खोला गया है. पढ़ी-लिखी पंचायतों वाला पहला प्रदेश हरियाणा बन गया है जहां पर महिलाओं की भागीदारी 50 फीसदी की गई है.
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