Aryan Mishra Murder Case: CPI(M) ने परिवार से मुलाकात के बाद आरोपियों को बचाने में कथित मिलीभगत के लिए पुलिस के खिलाफ कार्रवाई और अदालत की निगरानी में जांच की मांग की.
Aryan Mishra Murder Case: देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद जिले में युवक आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra Murder Case) की हत्या का मामला फिलहाल गरमाया हुआ है. राजनीति दल भी एक-दूसरे पर हमलावर हैं. इस बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) Communist Party of India (Marxist) का कहना है कि आर्यन मिश्रा धार्मिक प्रवृत्ति का था और हाल ही में राम मंदिर भी गया था. फरीदाबाद पहुंचे CPI(M) के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जिले में कार का पीछा करते हुए कथित तौर पर गौरक्षकों द्वारा गोली मारकर मारे गए 19 वर्षीय युवक आर्यन मिश्रा बहुत धार्मिक प्रवृत्ति था. उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में उसने अयोध्या में राम मंदिर का दौरा किया था. यह बात माकपा प्रतिनिधिमंडल ने युवक के परिवार से मुलाकात के बाद कही. CPI(M) ने परिवार को वित्तीय मुआवजा, पीड़ित के भाई अजय मिश्रा के लिए सरकारी नौकरी की मांग की. उधर, पुलिस का कहना है कि गौतस्कर समझकर 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या करने वाले पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
CPI(M) ने की पीड़ित से मुलाकात
शुक्रवार को जारी एक बयान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने कहा कि परिवार से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल में पार्टी नेता वृंदा करात, राजीव कुंवर, शिव प्रसाद, वीरेंद्र डांगियाल, विजय झा और अन्य शामिल थे. उन्होंने आर्यन मिश्रा के पिता सियानंद, मां उमा और भाई अजय से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि आर्यन मिश्रा परिवार बहुत गरीब है और उनके पास कमाने वाला केवल एक ही सदस्य है. CPI (M) का कहना है कि आर्यन एक उत्साही बॉडीबिल्डर था और हाल ही में उसने भारोत्तोलन के लिए पुरस्कार भी जीता था. CPI(M) के प्रतिनिधिमंडल ने आर्यन के शिक्षक से भी मुलाकात की, जिन्होंने अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने के उसके दृढ़ संकल्प के बारे जानकारी दी. स्थानीय पुलिस का कहना है कि 23 अगस्त को फरीदाबाद में आर्यन का कथित तौर पर कार से पीछा किया गया. आरोप है कि 5 गौरक्षकों के एक समूह ने उसे मवेशी तस्कर समझकर गोली मार दीय. मिली जानकारी के अनुसार, आर्यन 12वीं कक्षा में का छाक्ष और सोशल मीडिया ब्रांडिंग के लिए एक छोटी कंपनी में ट्रेनिंग भी ले रहा था.
क्यों उठे मकान मालिक पर सवाल ?
CPI(M) के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि आर्यन मिश्रा के परिवार ने फरीदाबाद में दो कमरों वाले छोटे से फ्लैट के लिए लंबे समय के लिए ऋण लिया था. कुछ महीनों बाद उन्हें पता चला कि मकान मालिक के परिवार में अपराधी प्रवृत्ति के लोग हैं तो वे वहां से चले जाना चाहते थे. उधर, मकान मालिक ने कहा कि वह पैसे वापस नहीं कर सकता. इसके बाद आर्यन मिश्रा का परिवार यहां रहने के लिए मजबूर हो गया. उधर, परिवार का कहना है कि बेटे की हत्या में मकान मालिक के परिवार की भूमिका संदिग्ध है, लेकिन पुलिस उन्हें बचा रही है.
मकान मालिक पर भी कटघरे में
बताया जा रहा है कि आर्यन उस रात सोने की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसके मकान मालिक ने उसे रात करीब 11 बजे फोन किया. हैरत की बात यह है कि मकान मालिक और उसकी पत्नी ने पहले परिवार को “दुर्घटना” की सूचना दी और फिर कहा कि उसे गोली मार दी गई है. उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाया कि पुलिस ने मकान मालिक और उसकी पत्नी और बेटों से पूछताछ करने का कोई प्रयास नहीं किया, जिनमें से एक कुख्यात अपराधी है. सवाल यह भी है कि वे उस रात आर्यन को अपने साथ क्यों ले गए थे?
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