Largest Snake Vasuki: रूड़की की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की नई रिसर्च के मुताबिक गुजरात के कच्छ से मिले जीवाश्म अब तक जीवित सबसे बड़े सांपों में से एक की रीढ़ से जुड़े हो सकते है.
Largest Snake Vasuki: रूड़की की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की नई रिसर्च के मुताबिक गुजरात के कच्छ से मिले जीवाश्म अब तक जीवित सबसे बड़े सांपों में से एक की रीढ़ से जुड़े हो सकते है. रिसर्चरों ने इस नई खोजी गई सांप की प्रजाति का नाम वासुकी इंडिकस रखा है. इसे ये नाम भगवान शिव के गले में दिखने वाले पौराणिक सांप और इसके खोज के देश भारत को ध्यान में रखकर दिया गया है.
डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ एंड एनवायरोनमेंटल साइंस के चेयरमैन डॉक्टर सुभाष भंडारी ने कहा कि यह जो अवशेष मिले हैं, बेसिकली साइंटिफिक नेम उसका वासुकी इंडीकस है और इसको डिस्कवर किया है. प्रोफेसर सुनील वाजपेयी की टीम ने इसको डिस्कवर किया है. इनिशियली 2005 में स्टार्ट किया गया था और 2019 में उन्होंने जब उसमें से सेडिमेंट्स निकाले और उसको एनालिसिस किया, तो उसके हिसाब से उनको लगा कि ये बड़े सांप का अवशेष है. विशेषज्ञों के मुताबिक रिसर्चरों ने पानंध्रो लिग्नाइट खदान से 27 ज्यादातर अच्छी तरह से संरक्षित हड्डियों की खोज की, जो सांप के रीढ़ की हड्डी के स्तंभ या कशेरुका को बनाते हैं, जिनमें से कुछ कनेक्शन अब भी बरकरार हैं.
एनाकोंडा और पाइथन से भी बड़ा
विशेषज्ञों ने कहा कि इसका आकार जो है वो आज के टाइम के एनाकोंडा और पाइथन से भी बड़ा है. ये जो फॉसिल मिला है, उसके अंदर उन्हें करीब 27 वर्टेब्रा मिले हैं. उनको क्लीन करने के बाद में जो फॉसिल्स मिले हैं, रिमेंस, वे पूरे के पूरे बताते हैं कि ये स्नेक का फॉसिल है. रिसर्चरों का ये भी कहना है कि वासुकी इंडिकस भारत में पैदा हुई एक खास प्रजाति से आता है जो लगभग 56 से 34 मिलियन वर्ष पहले इओसीन के दौरान दक्षिणी यूरोप से अफ्रीका तक फैल गया था.
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