Guinness Book Records: मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली Arts की स्टूडेंट दीक्षा ने मेहंदी से तिरूपति बालाजी की 9 फीट की पेंटिंग बनाई है, जिसके चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.
25 June, 2024
Guinness Book of World Records: मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली आर्ट्स की एक स्टूडेंट दीक्षा गुप्ता का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है. दीक्षा ने मेहंदी से भगवान तिरूपति बालाजी की 9 बाई छह फीट की एक विशाल पेंटिंग बनाई है. इसे गिनीज ने दुनिया की सबसे बड़ी मेहंदी पेंटिंग के रूप में शामिल किया है. दीक्षा ये मुकाम पाकर बेहद खुश हैं. उनकी मां को अपनी बेटी के इस कारनामे पर भरोसा नहीं हो रहा.
दीक्षा ने किया खूब संघर्ष
दीक्षा गुप्ता ने बताया है कि इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए खूब संघर्ष करना पड़ा क्योंकि केवल सोचने और उसे करके दिखाना दोनों में बहुत अंतर होता है. ये मैंने कहीं से सीखा नहीं है. ये मुझे प्रभु का दिया हुआ एक अनोखा उपहार है. इसे आप गॉड गिफ्टेड कह सकते हैं.’
मां को नहीं थी बेटी से उम्मीद
दीक्षा की मां पुष्पा गुप्ता का कहना है कि यह तो बहुत गर्व की बात है. इस बात की खुशी को मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती हूं. इतना बड़ा मुकाम हासिल करने की मुझे अपनी बेटी से उम्मीद नहीं थी. मेरी बेटी ने भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपना नाम रौशन किया है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर जिस मुकाम को इसने हासिल किया है.
कैसे बनाई इतनी बड़ी पेंटिंग
दीक्षा ने बताया कि उन्होंने पेंटिंग में इस्तेमाल की गई मेहंदी घर पर ही बनाई. पेंटिंग बनाने के लिए उन्होंने तीन महीने तक रोज 5-6 घंटे तक मेहनत की. दीक्षा ने 12 हाथी दांत की चादरों को जोड़कर पेंटिंग बनाई. इसमें 2 किलो मेहंदी लगी है. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने कई तरह से उनके दावे की जांच की. इनमें टीम के सामने लाइव पेंटिंग बनाना भी शामिल था. सबूत जमा करने के साल भर बाद उन्हें सर्टिफिकेट दिया गया.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर का आया मेल
रिकॉर्ड बनाने वाली दीक्षा गुप्ता ने कहा कि 12 अप्रैल को वहां से कांग्रेचुलेशन ‘दीक्षा गुप्ता यू आर अ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर’ का मेरे पास मेल आया कि फाइनली आपका रिकॉर्ड बन चुका है. इतनी तहकीकात और छानबीन करने के बाद उन्होंने कहा, इस पेंटिंग में तो आप वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर है. फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने के बाद के बाद एक महीने बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट आया.
ठान लिया तो सबकुछ पाना संभव
दीक्षा का मानना है कि ठान लेने पर कुछ भी पाना नामुमकिन नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि मेरा मैसेज अपने शहर के लोगों से यही है कि आप छोटे से शहर में रहकर भी बहुत कुछ कर सकते हैं. एक कलाकार कभी किसी प्लेटफार्म का मोहताज नहीं होता. दीक्षा का इरादा अपना जुनून बनाए रखना और नए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है.