Congress: कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी को आत्मनिरीक्षण के सलाह दे रहे हैं. साथ ही नेताओं ने पार्टी आलाकमान के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं.
Congress: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस को लगातार तीसरी बार करारी हार का सामना करना पड़ा है. दिल्ली में तीसरी बार पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई. इसके बाद से पार्टी में सियासी घमासान छिड़ गया है. कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी को आत्मनिरीक्षण के सलाह दे रहे हैं. साथ ही नेताओं ने पार्टी आलाकमान के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं.
तारिक अनवर के बाद उदित राज भी बरसे
दिल्ली चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बता दें कि दिल्ली ही नहीं, कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई. अब पार्टी के नेता ही बदलाव की मांग करने लगे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने दिल्ली में हार के बाद पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
उन्होंने दूसरी बार दोहराया है कि वह अपने बयान पर कायम हैं और वह अपने बयान को वापस नहीं लेंगे. बता दें कि तारिक अनवर ने 10 फरवरी को अपने X हैंडल पर पोस्ट कर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करने की जरूरत है और उन्हें तय करना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति करेंगे या अकेले चलेंगे.
वहीं, कांग्रेस नेता उदित राज ने भी साफ तौर पर कह दिया है कि कांग्रेस ने खुद को AAP से ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. लोकसभा चुनावों में जो वोट बैंक आप से नाराज होने के बाद हमारे पास लौट आया था, वह कांग्रेस के पास संपर्क की कमी के कारण BJP के पास चला गया.
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हो सकते हैं पार्टी में बड़े संगठनात्मक बदलाव
बता दें कि इसी साल के अंत में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. वहीं, कांग्रेस के साथ कांग्रेस के नेतृत्व वाला I.N.D.I.A. ब्लॉक पूरी तरह से बिखरा हुआ नजर आ रहा है. हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव से पहले भी इस तरह का विवाद देखने को मिला था. कांग्रेस के साथ-साथ I.N.D.I.A. ब्लॉक के नेता भी कांग्रेस पर पूरी तरह से हमलावर थे.
अब वैसा ही कुछ हाल बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भी देखने को मिल रहा है. हालांकि, कांग्रेस की ओर से संगठन में बदलाव की शुरुआत हो चुकी है. माना जा रहा है कि जल्द ही बड़ा संगठनात्मक बदलाव भी देखने को मिल सकता है. राज्य दर राज्य कांग्रेस प्रदर्शन के देखते हुए यह बदलाव लाजमी भी है.
बता दें कि इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले दिल्ली में करारी हार के बाद कांग्रेस भीतर उठे अंतर्कलह ने बिहार में पार्टी के लिए टेंशन बढ़ा दी है. ऐसे में विधानसभा के चुनाव से पहले कांग्रेस क्या फैसले लेती है, यह देखना दिलचस्प होगा.
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