Vivekananda Rock Memorial: आज PM मोदी मशहूर स्मारक में 45 घंटे बिता रहे हैं. वहां उनकी सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं. कन्याकुमारी और उसके आसपास करीब 2,000 पुलिस तैनात हैं.
31 May, 2024
PM Modi Meditation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम कन्याकुमारी में विवेकानन्द रॉक मेमोरियल पहुंचे. यहां वे दो दिन ध्यान लगाएंगे. इससे पहले प्रधान मंत्री ने देवी कन्याकुमारी को समर्पित 108 शक्तिपीठों में से एक भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की. उन्हें कुंवारी देवी कहा जाता है. पीएम एक जून को दोपहर तीन बजे तक ध्यान लगाएंगे. उस समय लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम दौर की वोटिंग चल रही होगी. कन्याकुमारी के लोग और टूरिस्ट प्रधानमंत्री के वहां आने से खुश दिखे.
मोदी हैं भगवान का रूप
राजस्थान के एक टूरिस्ट ने कहा, ‘मोदी जी कन्याकुमारी में आ गए और हम भी आ गए. ऐसे कैसे मिल सकते हैं हम. इसलिए बहुत खुश हैं. बहुत संतोष हो गया कि मोदी जी आ रहे हैं. बहुत अच्छा लगा यहां कन्याकुमारी में घूम के. बहुत शानदार जगह है. आप भी आके सब लोग देखिए. मोदी भगवान का रूप है. मोदी ने सब के लिए बहुत अच्छा काम किया है. सब के लिए बहुत अच्छा है. इसलिए यहां कन्याकुमारी जो भी आएगा, सब उनसे मिलने जाओ. सब उनसे मिलो और बात करो. बहुत अच्छे हैं. मोदी जी सबके लिए इतना किया है.’
कन्याकुमारी आकर हैं खुशनसीब
राजस्थान के एक और टूरिस्ट का कहना है कि ‘मोदी जी कन्याकुमारी में आए और हम भी कन्याकुमारी में आए. हम लोग खुशनसीब हैं. हम बहुत लकी हैं कि वो भी आए और हम भी आए,’ राजस्थान के दूसरे टूरिस्ट ने बताया, ‘मोदी जी भगवान हैं. ईश्वर का रूप हैं. हम उनको बहुत धन्यवाद देते हैं. सभी ने बहुत सुधार की है. हम बार-बार उसको भगवान के जैसे प्रार्थना करते हैं. बच्चे के लिए, गरीबों के लिए और वो सब अच्छा करते हैं.’
मोदी जी कन्याकुमारी में बिताएंगे 45 घंटे
मशहूर स्मारक पर मोदी 45 घंटे बिताएंगे. वहां उनकी सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं. कन्याकुमारी और उसके आसपास करीब 2,000 पुलिस तैनात हैं. सुरक्षा घेरे का कई टूरिस्टों की योजनाओं पर असर पड़ा है. बिहार के एक टूरिस्ट ने बताया, ‘हम वहां सिर्फ इसलिए नहीं जा सके क्योंकि अचानक उन्होंने वहां आने की योजना बना ली. हमने दो महीने पहले ही अपनी योजना बनाई थी, लेकिन उनकी योजना की वजह से हमें परेशानी हो रही है. हम एक घंटे तक कतार में खड़े रहे. हमने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. मैं नरेंद्र मोदी को लेकर उत्साहित या अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं.’
सुरक्षा का किए गए हैं कड़े इतंजाम
टूरिस्ट के अनुसार, ‘ये पूर्व नियोजित होना चाहिए था, ताकि आम लोग समझ सकें कि उन्हें इन दो दिनों तक कन्याकुमारी नहीं जाना है. हम उत्तर से बहुत दूर से आ रहे हैं. यहां आकर अच्छा नहीं लग रहा है. वे अच्छे हैं, लेकिन हमें अब अच्छा नहीं लग रहा है.’ तेलंगाना के एक टूरिस्ट ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मोदी आ रहे हैं, लेकिन हम यहां चट्टान नहीं देख पा रहे हैं. मोदी के दौरे की वजह से यहां टूरिस्टों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हर जगह पुलिस और सुरक्षा बल है. इस जगह तक पहुंचने में काफी समय लग गया.’
ध्यान कार्यक्रम के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग
इसके साथ ही राजनीति भी शुरू हो गई है. सीपीएम ने गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिखकर कन्याकुमारी में पीएम मोदी के ध्यान कार्यक्रम के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की. पार्टी ने कहा कि ये आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. सीपीएम राज्य सचिव बालकृष्णन के अनुसार, ‘उन्हें भगवान से प्रार्थना करने या ध्यान करने का अधिकार है. लेकिन जब मीडिया में इसका 24 घंटे लाइव प्रसारण किया जाता है और सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता है तो वोटरों के प्रभावित करने की आशंका होती है. ये चुनाव नियमों के खिलाफ है. ध्यान लगाना उनका अधिकार है लेकिन चुनाव आयोग इसे चुनाव प्रचार के रूप में इस्तेमाल होने से रोक सकता है. ये पूरी तरह से ईसीआई के अधीन है.
विपक्ष को हार का डर सता रहा
बीजेपी ने कहा कि विपक्ष मोदी के मौन व्रत से परेशान है. बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता सी. आर. केशवन के मुताबिक, ‘विपक्ष घबरा गया है. उसे चुनाव में हार का डर महसूस हो रहा है. वे परेशान हैं क्योंकि मोदी जी इतना अच्छा और साफ बोलते हैं कि हम उन्हें स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं. वे मोदी जी के मौन व्रत से भी घबरा गए हैं. मोदी जी शक्ति और प्रेरणा पाने के लिए इन आध्यात्मिक स्थानों का दौरा करते हैं. आप जानते हैं कि कांग्रेस नेता आमतौर पर छुट्टियों के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में जाते हैं. शायद इस बार वे चाहें तो ध्यान लगाने के लिए पाकिस्तान या चीन जाएंगे.’
पीएम ने 2019 के चुनाव अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में ध्यान लगाया था. वे एक जून को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम दौर के दिन ध्यान लगा रहे हैं. चुनाव के वोटों की गिनती चार जून को होगी.
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