Nitish Kumar: एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए नए साल के पहले दिन लालू यादव ने कहा कि हमारे दरवाजे तो नीतीश कुमार के लिए हमेशा खुले ही हैं.
Nitish Kumar: बिहार समेत समूचे उत्तर भारत में इस वक्त कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. इस बीच बिहार में सियासी गर्मी बढ़ती ही जा रही है. RJD यानी राष्ट्रीय जनता पार्टी के सुप्रीमो लालू यादव ने बहुत बड़ा ऑफर दे दिया है. उन्होंने नीतीश कुमार के सामने महागठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव रखा है. इसे लेकर सियासी हलचल बहुत तेज हो गई है. इस पर नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया देखने लायक थी.
लालू यादव के बाद नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
दरअसल, एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए नए साल के पहले दिन लालू यादव ने कहा कि हमारे दरवाजे तो नीतीश कुमार के लिए हमेशा खुले ही हैं. इसी तरह नीतीश कुमार को भी दरवाजे खोलकर रखना चाहिए. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि नीतीश कुमार अगर हमारे साथ आते हैं तो साथ क्यों नहीं लेंगे. हम मिलकर काम करेंगे. वह साथ आएं और हमारे साथ मिलकर काम करें. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हमेशा भाग जाते हैं, लेकिन हम माफ कर देंगे.
इसे लेकर बिहार के सियासी हलको में अटकलों का दौर शुरू हो गया. गुरुवार को नीतीश कुमार ने लालू यादव के प्रस्ताव पर बड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सवाल पूछे जाने पर हाथ जोड़ते हुए मुस्कुराते हुए प्रस्ताव हंसी में उड़ा दिया. शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के दौरान उन्होंने हंसते हुए कहा कि आप क्या कह रहे हैं? इसी मामले पर लालू यादव के बेटे और RJD नेता तेजस्वी यादव का बयान भी सामने आया.
VIDEO | Here's what RJD leader Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) said on party president Lalu Yadav's 'doors are open for Nitish Kumar' remark.
— Press Trust of India (@PTI_News) January 2, 2025
"You journalists keep asking… what else he will say. He said this to calm you people down." #BiharPolitics #PatnaNews
(Full video… pic.twitter.com/TYTUcfG1ky
यह भी पढ़ें: असद ने आखिर क्यों मारा अपनी मां और 4 बहनों को? VIDEO में छिपे हैं सारे राज, पुलिस भी उलझी
RJD विधायक के बयान से शुरू हुई अटकलें
तेजस्वी यादव ने गुरुवार को साफ किया कि लालू यादव की ओर से नीतीश कुमार को लेकर दिया गया बयान सिर्फ पत्रकारों को खुश करने के लिए था. उन्होंने यह भी साफ किया कि नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन में शामिल होने के सभी दरवाजे बंद हो चुके है. दरअसल, नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने की अटकलें तब शुरू हुई, जब लालू यादव के करीबी और RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने 24 दिसंबर को एक बयान दिया. उन्होंने खगड़िया में कह दिया कि राजनीति में कोई किसी का भी परमानेंट दोस्त और दुश्मन नहीं होता है. अगर नीतीश कुमार सांप्रदायिक शक्तियों को छोड़कर आएंगे, तो उनका हम स्वागत करेंगे.
उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार का मन सांप्रदायिक शक्तियों के साथ रहकर भर चुका है और राजनीति में कुछ भी संभव है. इसके बाद से बिहार की राजनीति में मानों सियासी तूफान उठ गया. तरह-तरह की अटकलों के बिहार की राजनीति गरमाने लगी. इस बीच नीतीश कुमार की चुप्पी ने भी सियासी अटकलों को और बढ़ा दिया. बिहार की राजनीति से जुड़े लोगों ने दावा किया कि नीतीश कुमार की चुप्पी किसी बहुत बड़े सियासी तूफान से पहले की चुप्पी है. अब लालू यादव ने भी बिहार की सियासी हवा में नया मोड़ ला दिया है.
यह भी पढ़ें: नए साल में किसानों को समर्पित सरकार का पहला फैसला! जानें कैबिनेट बैठक में क्या लिए निर्णय
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram