Lok Sabha Election 2024: नलिनी कृपाकरण जिनका जन्म तमिलनाडु में श्रीलंकाई शरणार्थी शिविर में हुआ था, वो पहली बार लोकसभा चुनाव में वोट करेंगी.
15 April, 2024
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव होने जा रहा है. इस बार कुल 7 चरण में चुनाव होंगे. शुरुआत 19 अप्रैल से होगी इलेक्शन कमीशन, चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है. वहीं, नलिनी कृपाकरण जिनका जन्म तमिलनाडु में श्रीलंकाई शरणार्थी शिविर में हुआ था, वो पहली बार लोकसभा चुनाव में वोट करेंगी. मतदान का अधिकार पाने वाली वो कोट्टापट्टू शिविर की पहली शरणार्थी भी बन गईं हैं.
मंडपम शरणार्थी शिविर में हुआ था जन्म
नलिनी कृपाकरण का जन्म 1986 में रामेश्वरम के मंडपम शरणार्थी शिविर में हुआ था. 2021 में जब उनका पासपोर्ट आवेदन खारिज कर दिया गया तो उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट का रुख किया. 2022 में मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै पीठ ने अधिकारियों को नलिनी को पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया. पासपोर्ट मिलने के बाद, वो मतदान का अधिकार पाने वाली कोट्टापट्टू शिविर की पहली शरणार्थी भी बन गईं. नलिनी ने कहा कि बहुत से लोग अभी भी अपनी नागरिकता मांग रहे हैं क्योंकि इससे उन्हें कई तरह से मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि उनके परिवार के कई सदस्य जो 1984 में भारत आए थे, उन्हें अभी तक ये अधिकार नहीं मिला है.
वोट फ्रॉम होम की भी सुविधा
आपकों बता दें कि इलेक्शन कमीशन ने इस बार ‘वोट फ्रॉम होम’(Vote From Home) की सुविधा भी शुरू कर दी है. इसके आने से अब पहली बार ऐसा होगा कि 85 साल की उम्र से ऊपर के बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्ति घर बैठे ही वोटिंग कर पाएंगे. वोट फ्रॉम होम की सुविधा होने से 40% से ज्यादा डिसेबिलिटी वाले दिव्यांग घर बैठे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
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