Lok Sabha Speaker Election: इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए हैं. यह चौथा मौका है जब चुनाव की नौबत आई है.
26 June, 2024
Lok Sabha Speaker Election: लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच आम-सहमति नहीं बन सकी. ऐसे में बुधवार को स्पीकर पद के लिए वोटिंग होगी. अध्यक्ष पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) के उम्मीदवार और भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला (Bharatiya Janata Party MP Om Birla) का मुकाबला कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश (Congress MP K. Suresh) से है.
‘I.N.D.I.A.’ ने बैठक कर की चर्चा
NDA की ओर से ओम बिरला और ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की ओर से के. सुरेश ने मंगलवार को अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया. इस बाबत विपक्षी गुट ‘I.N.D.I.A.’ के घटक दलों ने मंगलवार को बैठक कर लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव से जुड़ी रणनीति पर चर्चा भी की. बैठक में तृणमूल कांग्रेस भी शामिल हुई, जिसने पहले कहा था कि उसे भरोसे में लिए बिना कोडिकुनिल सुरेश का नाम विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर घोषित कर दिया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) के आवास पर हुई बैठक में राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ’ब्रायन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता अरविंद सावंत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले, डीएमके नेता टी. आर. बालू समेत कई दलों के नेता शामिल थे.
विपक्ष ने दिया परंपरा का हवाला
कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों का कहना है कि परंपरा के मुताबिक, लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए और अगर सरकार पर इस सहमत होती है तो वो अध्यक्ष पद के लिए BJP का समर्थन करेंगे. कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को बुधवार को होने वाले वोटिंग के दौरान सदम में मौजूद रहने के लिए पहले ही व्हिप जारी कर दिया है. बीते लंबे समय से संसद में लोकसभा का अध्यक्ष या स्पीकर बिना किसी विरोध के ही चुने जाते रहे हैं. लोकसभा 1976 के बाद बुधवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का गवाह बनेगी.
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