Chhattisgarh Liquor Case: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. रिटायर्ड IAS अफसर अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर लिया गया है.
21 April, 2024
Chhattisgarh Liquor Case: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. रिटायर्ड IAS अफसर अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर लिया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी है. संघीय एजेंसी ने 2003 बैच के अधिकारी को शनिवार को रायपुर में आर्थिक अपराध शाखा एसीबी कार्यालय से हिरासत में लिया था, जहां नौकरशाह और उनके बेटे यश टुटेजा उसी मामले में अपना बयान दर्ज करने गए थे. करीब 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा के इस शराब घोटाले में ED ने 8 अप्रैल को चार्जशीट दायर किया था.
पिछले साल ही सेवा से हुए सेवानिवृत्त
सूत्रों ने कहा कि आईएएस अधिकारी को बाद में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में ले लिया गया और उनकी रिमांड की मांग करते हुए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने की उम्मीद है. बता दें कि अनिल टुटेजा पिछले साल ही सेवा से सेवानिवृत्त हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में आयकर विभाग की शिकायत पर आधारित अपनी पिछली एफआईआर को रद्द करने के बाद ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में एक नया मनी लॉन्ड्रिंग मामला दर्ज किया था.
70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पूर्व IAS अधिकारी पर यह आरोप है कि उन्होंने शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ मिलकर शराब घोटाले को अंजाम दिया है. ईडी का दावा है कि अनिल टुटेजा ने कांग्रेस नेता और रायपुर के मेयर ऐजाज ढेबर के भाई के नेतृत्व में पैसों का गबन किया है. इस मामले में कांग्रेस नेताओं और कंपनियों सहित 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है. ईडी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में बेची गई शराब की हर बोतल से अवैध पैसा इकट्ठा किया गया था और रायपुर के मेयर अनवर ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर के नेतृत्व वाले शराब सिंडिकेट द्वारा उत्पन्न 2000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं.
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