29 Feb 2024
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भारत में तेंदुओं की स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की है । रिपोर्ट के अनुसार देश में तेंदुओं की आबादी मध्य भारत में बढ़ रही है तो शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानी इलाकों में गिरावट देखी गई । पूरे भारत में 2018 और 2022 दोनों में नमूना लिया गया था, तो प्रतिवर्ष 1.08 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानों में, प्रतिवर्ष -3.4 प्रतिशत की गिरावट हो रही है, जबकि सबसे बड़ी वृद्धि दर मध्य भारत और पूर्वी घाट में 1.5 प्रतिशत थी।
देश में कितनी है तेंदुओं की संख्या
देश में तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या मध्यप्रदेश में 3907 है जबकि 2018 में इनकी संख्या 3421 थी । वहीं, महाराष्ट्र साल 2022 में तेंदुओं की संख्या 1985 जो साल 2018 में 1,690 थी । कर्नाटक में साल 2022 में 1,879 जो 2018 में 1,783 थी । तमिलनाडु में तेंदुओं की संख्या 1,070 है जो की 2018 में 868 थी । बता दें कि चतुर्वर्षीय बाघों की निगरानी, शिकारियों, शिकार और उनके आवास की निगरानी अभ्यास के एक भाग के रूप में यह प्रयास किया गया था। इससे बाघ संरक्षण प्रयासों को गति मिली है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में तेंदुओं की आबादी 13,874 व्यक्ति होने का अनुमान है।
पैदल चलकर किया गया सर्वेक्षण
मालूम हो कि भारत में तेंदुए की आबादी के आकलन का पांचवां चक्र (2022) 18 बाघ राज्यों के भीतर वन आवासों पर केंद्रित है, जिसमें चार प्रमुख बाघ संरक्षण परिदृश्य शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार तेंदुए की आबादी के आकलन के लिए 6,41,449 किमी तक पैदल सर्वेक्षण किया । जिसमें कैमरा ट्रैप को 32,803 स्थानों पर रखा गया था, जिससे कुल 4,70,81,881 तस्वीरें आईं और इनमें से तेंदुए की 85,488 तस्वीरें प्राप्त हुईं हैं।