Manipur Violence : मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही. एक बार फिर इंफाल ईस्ट जिले में हिंसा भड़क गई है. इस दौरान मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों के घायल होने की खबर है.
Manipur Violence : मणिपुर के इंफाल ईस्ट जिले में हथियारबंद लोगों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोग घायल हो गए हैं. पहाड़ी क्षेत्र के हथियारबंद लोगों ने गांवों में बंदूक और बम से हमले किया जिससे लोगों में दहशत फैल गई. इन हमलों का सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
सुरक्षा बलों ने दिया मुंहतोड़ जवाब
इन हमलों का सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई. इस बीच मुद्दे पर बात करते हुए अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी इलाके से हथियारबंद लोगों ने सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर सनसाबी गांव पर हमला कर दिया है. इसके वजह से सुरक्षाकर्मियों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. हथियारबंद लोगों और सुरक्षाकर्मियों के बीच गोलीबारी शुरू होने पर स्थानीय लोग इधर-उधर भागने लगे.
CRPF ने बचाई जान
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कर्मियों सहित सुरक्षा बलों ने गोलीबारी के बीच फंसी कई महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की जान बचाई. पिछले साल मई से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 250 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं.
सीएम ने जताया दुख
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस हिंसा को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि इंफाल पूर्व में सनासाबी और थमनापोकपी में कुकी आतंकवादियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी की कड़ी निंदा करता हूं. इसमें नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. निर्दोष जीवन पर यह कायरतापूर्ण और अकारण हमला शांति और सद्भाव पर हमला है. इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों को भेजा गया है. घायलों को जरूरी चिकित्सा सेवा मिल रही है. सरकार ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से है. ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस के बीच उचित समन्वय और समझ होनी चाहिए.
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