Treasures of the Gupta Empire : गुप्ता साम्राज्य के दौरान भारत ने कई उपलब्धियों को हासिल किया. जिस पर लेखक ने कई पहलुओं का अध्ययन कर बिखरी हुई सामग्री को इकट्ठा कर नए चीजों को सामने लाने की कोशिश की है.
14 September, 2024
Treasures of the Gupta Empire : दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) में गुरुवार को बुक लॉन्चिंग इवेंट में ‘ट्रेजर्स ऑफ द गुप्ता एम्पायर’ (Treasures of the Gupta Empire) नाम की पुस्तक का विमोचन किया गया. यह बुक में गुप्त साम्राज्य से संबंधित है और इस किताब के लेखक संजीव कुमार हैं. किताब में खास बात यह है कि भारत के सबसे ऐतिहासिक और प्रभावशाली कालों में से एक गुप्त काल से जुड़ी कई रोचक बातों को लिखा गया है. इस पुस्तक की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विद्वानों ने सराहना की है.
स्वर्णिम काल का किया अध्ययन
‘ट्रेजर्स ऑफ द गुप्ता एम्पायर’ के अंदर चौथी शताब्दी में गुप्त साम्राज्य को लेकर काफी गहराई से रिसर्च करने के बाद कई पहलुओं पर रोशनी डाली गई है. लेखक संजीव कुमार ने अपनी किताब में भारत के स्वर्णिम युग कहे जाने वाले गुप्त काल के समृद्ध अतीत की कहानी को पेश किया है. जब किताब का विमोचन किया जा रहा था उस वक्त कई विद्वान और इतिहासकार भी मौजूद रहे. प्रोग्राम के दौरान गुप्त साम्राज्य से संबंधित दुर्लभ सिक्कों की प्रदर्शनी की गई जो उस समय का स्वर्णिम इतिहास प्रदर्शन कर रहा था.
गुप्त काल के राजाओं की शक्तियों पर दिया ध्यान
किताब के अंदर सम्राट समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त, कुमारगुप्त और स्कंदगुप्त जैसे शक्तिशाली शासकों के कई ऐसे पहलुओं को भी दिखाया गया है जो पहले से चली आ रही ऐतिहासिक धारणाओं को चुनौती देता है.’ट्रेजर्स ऑफ द गुप्ता एम्पायर’ में लेखक ने गुप्ता साम्राज्य के समृद्ध इतिहास, खोज-स्थलों, धातु विश्लेषण और विभिन्न मार्गों का अध्ययन किया है. इसके अलावा 6400 से ज्यादा सिक्कों की एक सूची की गहन खोज प्रस्तुत करती है. पिछले कुछ सालों के दौरान संजीव कुमार ने गुप्त काल के दौरान इस्तेमाल होने वाले सिक्कों को बहुत ही सावधानीपूर्वक सूचीबद्ध किया है, जो कि ऐतिहासिक काल को समझने में अहम योगदान देती है.
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