Challenge of I.N.D.I.A. Bloc : I.N.D.I.A. ब्लॉक में विरोध के स्वर उठने लगे हैं. इसी बीच शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि क्या गठबंधन का गठन लोकसभा चुनाव तक हुआ था?
Challenge of I.N.D.I.A. Bloc : लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए I.N.D.I.A. ब्लॉक को बनाया गया था. जिसमें विपक्ष की कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, तृणमूल कांग्रेस से लेकर RJD समेत कई अन्य राज्य की स्तर की पार्टियां शामिल हुई थीं. लेकिन अब इसको लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इसी बीच शिवसेना (उद्धव गुट) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि क्या I.N.D.I.A. ब्लॉक का गठन केवल लोकसभा चुनावों के लिए किया गया था?
अस्तित्व में नहीं है तो खत्म कर देना चाहिए
संजय राउत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर INC मानती है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक लोकसभा चुनावों के लिए बनाया गया था और अब इसका अस्तिव नहीं है तो उनको इसके बारे में ऑफिशियल रूप से इसकी घोषणा कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष एक साथ लड़ा जिसके हमें नतीजे भी देखने को मिले. इसके बाद पूरे विपक्ष और खास कर कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि I.N.D.I.A. ब्लॉक को जिंदा रखे और एक साथ बैठक कर मार्गदर्शन करें. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन की कोई भी बैठक नहीं हुई है यह चिंता का विषय है.
कांग्रेस की थी जिम्मेदारी
वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष की अन्य पार्टियों के नेता उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल का कहना है कि I.N.D.I.A का अब कोई वजूद नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी भावना लोगों के मन में आती है तो यह गठबंधन के भविष्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और इसके लिए सिर्फ कांग्रेस ही जिम्मेदार होगी. संजय राउत ने बताया कि गठबंधन से जुड़ी पार्टियों के बीच कोई डायलोग नहीं हो रहा है इसका मतलब है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और अगर एक बार गठबंधन टूट जाता है तो फिर इन सब पार्टियों को एक मंच पर लाना आसान काम नहीं होगा.
हमें मिलकर चर्चा करनी चाहिए
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा था कि अगर यह गठबंधन केवल संसदीय चुनाव के लिए बना था तो इसे खत्म कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन के सभी दलों को मीटिंग के लिए बुलाना चाहिए. अगर यह गठबंधन सिर्फ चुनाव तक सीमित रखना है तो हम लोग फिर इससे अलग हो जाएं और अपने-अपने मुद्दे के हिसाब से काम करें. अगर इस गठबंधन को भविष्य में आगे लेकर जाना है तो हमें समय-समय पर मिलकर चर्चा करके आगे की रणनीतियों को तैयार करना होगा.
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