Ratan Tata Success Story: TATA Sons के चेयरमैन रहते हुए रतन टाटा (Ratan Tata) ने अपने पैसेंजर कार बिजनेस को Ford Motors को बेचने का फैसला किया, तो लग्जरी कार निर्माता कंपनी Ford के चेयरमैन Bill Ford ने उनका मजाक उड़ाया. जानते हैं क्या है पूरा किस्सा?
10 October, 2024
Ratan Tata Success Story: भारतीय उद्योग जगत में पितामह का दर्ज हासिल कर चुके रतन टाटा (Ratan Nawal Tata) की बेइज्जती भी हुई थी, लेकिन उन्होंने बदला भी उसी अंदाज में लिया. अब यह किस्सागोई की शक्ल अख्तियार कर चुका है. यह बेइज्जती किसी और ने नहीं, बल्कि फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड (Ford Chairman Bill Ford) ने भरी मीटिंग में की थी.
इसके बाद की कहानी पूरी दुनिया को मालूम है कि किस तरह रतन टाटा ने अपनी बेइज्जती का बदला लिया. वहीं, एक समय ऐसा भी आया जब फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड ने तब टाटा को एहसान मानते हुए कहा था कि इन ब्रांड्स को खरीदकर आप हम पर बड़ा उपकार कर रहे हैं. दरअसल, रतन टाटा ने फोर्ड की 2 पॉपुलर ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर को खरीदा. इस दौरान उन्होंने यह बात कही थी.
अमेरिका में हुई थी बेइज्जती
दरअसल, वर्ष 1999 में टाटा की कार के कारोबार को बेचने के लिए रतन टाटा अमेरिका पहुंचे थे. यहां पर अमेरिका की बड़ी कार कंपनी फोर्ड के साथ डील की बात होनी थी. फोर्ड के साथ डील की बातें चलने के दौरान फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड (Ford Chairman Bill Ford) ने भरी मीटिंग में टाटा की बेइज्जती हुई.
फोर्ट ने भरी मीटिंग में रतन टाटा से कहा- कार बनाना आपके बस की बात नहीं.’ वह यहीं पर नहीं रुके और उन्होंने यहां तक कहा दिया आपको इसका ज्ञान नहीं तो इसका कारोबार (बिजनेस) शुरू ही नहीं करना चाहिए था.
चुप रहकर सहते रहे अपमान
फोर्ड ने यह भी कहा था कि यह डील कर के वह टाटा पर एक तरह से एहसान ही करेंगे. रतन टाटा मीटिंग में फोर्ड का अपमान सहते रहे और बोले कुछ नहीं. वहीं, रतन टाटा उन्होंने इस अपमान को सफलता की सीढ़ी बना ली और रतन टाटा ने फैसला लिया कि वे कार प्रोडक्शन यूनिट नहीं बेचेंगे.
मंदी में किया फोर्ड से सौदा
साल 2008 में दुनिया भर में मंदी थी. अमेरिकी कंपनी फोर्ड दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई. इसी दौर में रतन टाटा ने फोर्ड की 2 पॉपुलर ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर को खरीदकर अपने अपमान का बदला लिया. इसके साथ ही रतन टाटा ने फोर्ड पर एहसान करते हुए कंपनी के मालिक बिल फोर्ड को एहसानमंद बना डाला.
मिली जानकारी के अनुसार, रतन टाटा ने 2.3 बिलियन डॉलर यानी करीब 12000 करोड़ रुपये में फोर्ड के इन दो ब्रांड्स को खरीद कर एक तरह से उन पर उपकार ही किया था.
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