बिहार में रेल यातायात को और सुगम बनाने के लिए ब्राउनफील्ड परियोजना के तहत भागलपुर से जमालपुर तक नई ब्रॉड गेज लाइन का निर्माण किया जा रहा है.
बिहार में रेल यातायात को और सुगम बनाने के लिए ब्राउनफील्ड परियोजना के तहत भागलपुर से जमालपुर तक नई ब्रॉड गेज लाइन का निर्माण किया जा रहा है. नई ब्रॉड गेज लाइन 52.810 किलोमीटर की है. इस परियोजना का लक्ष्य बिहार के भागलपुर और मुंगेर जिलों में रेलवे क्षमता और कनेक्टिविटी को बेहतर करना है. यह परियोजना भागलपुर, सुल्तानगंज और जमालपुर को जोड़ेगी, जिससे मौजूदा रेलवे लाइनों पर भीड़ कम करते हुए कुशलता से माल और यात्री आवाजाही की सुविधा मिलेगी.
औरंगाबाद-परभणी स्टेशनों के बीच लाइन का भी दोहरीकरण
इसके अलावा ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजना के तहत औरंगाबाद-परभणी स्टेशनों के बीच लाइन का दोहरीकरण भी किया जा रहा है. यह दोहरीकरण 177.29 किलोमीटर का है. इस परियोजना का लक्ष्य विजयवाड़ा-बल्हारशाह (एचडीएन) और सिकंदराबाद-मुंबई कॉरिडोर पर भीड़ कम करना है, जिससे माल ढुलाई और यात्री आवाजाही के लिए एक बेहतर विकल्प दिया जा सके. यह लाइन महाराष्ट्र में औरंगाबाद, जालना और परभणी जिलों से होकर गुजरती है, जिससे क्षेत्र में उद्योगों, पर्यटन और व्यापार को लाभ होता है.
उधर, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क चरण -II पर काम शुरू कर दिया है.
राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क चरण- II भारत सरकार की एक उन्नत हाई-स्पीड नेटवर्क पहल है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय अनुसंधान, शिक्षा और ई-गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की रीढ़ को सुदृढ़ करना है. नेटवर्क अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों और सरकारी विभागों के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करता है, जिससे डेटा संसाधनों और डिजिटल प्लेटफॉर्मों तक निर्बाध पहुंच सुनिश्चित होती है.
इसके अलावा प्रस्तावित जीरकपुर बाईपास एक 6-लेन राजमार्ग परियोजना है जो एनएच-7 (जीरकपुर-पटियाला) और एनएच-5 (जीरकपुर-परवाणू) को जोड़ेगी, जो पंजाब और हरियाणा में 19.2 किलोमीटर तक फैली हुई है. इस परियोजना का उद्देश्य जीरकपुर, पंचकुला और आसपास के क्षेत्रों में भारी भीड़ को कम करना है. बाईपास के दोनों छोर पर तीन-स्तरीय इंटरचेंज, कई पुलिया, वाहन, ओवरपास और अंडरपास शामिल होंगे, जो सुचारु यातायात प्रवाह सुनिश्चित करेंगे.
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