Rahul Gandhi MP Visit: रैली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र में BJP यानि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर जमकर हमला बोला.
Rahul Gandhi MP Visit: मध्य प्रदेश के महू में सोमवार को जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए. इस रैली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र में BJP यानि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर जमकर हमला बोला. ऐसे में जानना अहम है कि जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली से कांग्रेस ने क्या सियासी संदेश देने की कोशिश की.
‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’
दरअसल, इस रैली में राहुल गांधी ने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने की बात कही. अपने पूरे भाषण में राहुल गांधी ने संविधान को लेकर BJP के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोला. इसके अलावा उन्होंने RSS यानि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के भारत को आजादी मिलने वाले बयान पर भी निशाना साधा. हर बार की तरह उन्होंने कहा कि अदाणी और अंबानी जैसे अरबपतियों को हिंदुस्तान का पूरा धन दिया जा रहा है.
मोहन भागवत ने कुछ दिन पहले संविधान का अपमान किया। उनके मुताबिक देश को जो आजादी मिली, वो सच्ची आजादी नहीं थी।
— Congress (@INCIndia) January 27, 2025
इसका मतलब है कि मोहन भागवत संविधान को नहीं मानते हैं। उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर जी, संविधान का अपमान किया है।
कांग्रेस के बब्बर शेरों का काम संविधान की रक्षा करना है।… pic.twitter.com/nf0Q6RhkKI
इसके अलावा वह जातिगत जनगणना को लेकर भी हमलावर रहे. दूसरी तरफ मल्लिकार्जुन खरगे ने बाबा साहेब आंबेडकर का एक खत दिखाते हुए बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने बाबा साहेब आंबेडकर को हराने के लिए साजिश की थी.
बाबा साहेब अंबेडकर जी के बारे में BJP रोज अफवाह फैलाती है कि उन्हें चुनाव में हरवा दिया गया।
— Congress (@INCIndia) January 27, 2025
लेकिन बाबा साहेब ने अपने मित्र को लिखे एक पत्र में बताया है:
'मुझे हराने की साजिश एसए डांगे और सावरकर ने रची थी।'
: कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge
📍 महू, मध्य प्रदेश pic.twitter.com/DSPkfOiYqA
बता दें कि बीते दो दशक से केंद्र के साथ ही कई प्रमुख राज्यों में सत्ता से बाहर कांग्रेस को राहुल गांधी फिर से खड़ा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं. महू में जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
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महू में दलित आबादी अधिक
गौरतलब है कि लंबे समय से कांग्रेस नेताओं ने संविधान पर संकट और बाबा साहेब आंबेडकर को प्रमुख मुद्दा बनाया है. पिछले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने इसी रणनीति का सहारा लिया था. कांग्रेस की महू की रैली से राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश ही नहीं बिहार और उत्तर प्रदेश को भी साधने की कोशिश की है.
कांग्रेस की इस रैली से साफ है कि बिहार के विधानसभा चुनाव में भी संविधान और बाबा साहेब के साथ जातिगत जनगणना प्रमुख मुद्दे होंगे. गौरतलब है कि महू बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली भी है. महू में दलित आबादी की संख्या भी काफी ज्यादा है. ऐसे में मध्य प्रदेश समेत दूसरे कई राज्यों के बड़े कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी ने उन राज्यों तक भी बड़ा सियासी संदेश दिया है.
मंच पर मौजूद रहे कई राज्यों के मुख्यमंत्री
बाबासाहेब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में किसी राजनीतिक दल की ओर से इस तरह का शक्ति प्रदर्शन कभी देखने को नहीं मिला था. ऐसे में एक ही मंच पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार एक साथ दिखे, जो अपने आप में अहम मानी जा रही है.
कांग्रेस कोर कमेटी की मीटिंग के बाद यह रैली कांग्रेस की ओर से सबसे बड़ी रैली मानी जा रही है. बता दें कि साल 2023 के चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार गई थी. इन राज्यों में भी दलित वोटर्स की संख्या निर्णायक मानी जाती है. ऐसे में राहुल गांधी ने इस रैली के जरिए कहीं न कहीं दलित वोटर्स को साधने की कोशिश की है.
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