Priyanka Gandhi Election Debut: वायनाड (Wayanad) लोकसभा सीट पर उपचुनाव के एलान के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनावी डेब्यू के लिए तैयार हैं.
Priyanka Gandhi Election Debut: चुनाव आयोग (Election Commission of India) की ओर से केरल की वायनाड (Wayanad) लोकसभा सीट पर उपचुनाव के एलान के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनावी डेब्यू के लिए तैयार हैं.
पहली बार वह लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी. बता दें कि प्रियंका गांधी कांग्रेस की महासचिव, उत्तर प्रदेश की प्रभारी और इस साल हुए लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के रूप काम कर चुकी हैं.
उनकी उम्मीदवारी का भी मंगलवार (15 अक्टूबर) को औपचारिक एलान कर दिया गया है.
Priyanka Gandhi पर टिकी हैं सबकी नजरें
बता दें कि चुनाव आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को दो राज्यों में विधानसभा चुनाव के साथ 47 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनावों का भी एलान किया. इसमें वायनाड की भी सीट शामिल है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2 सीटों (रायबरेली और वायनाड) सीट से चुनाव लड़ा था. वह दोनों ही सीट से चुनाव जीत गए.
इसके बाद उन्होंने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का एलान किया. ऐसे में वायनाड की सीट खाली हो गई. अब उस से कांग्रेस के टिकट पर प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
अगर वह चुनाव में जीत दर्ज करती हैं, तो सक्रिय राजनीति में शामिल होने के पांच साल बाद संसद में प्रवेश कर सकती हैं.
वायनाड सीट पर राहुल ने दो बार दर्ज की जीत
अगर प्रियंका गांधी चुनाव में जीत दर्ज करती हैं, तो यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के तीन सदस्य यानी सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका एक साथ संसद में होंगे.
बता दें कि प्रियंका गांधी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सक्रिय रूप से राजनीति में प्रवेश किया. हालांकि, वह इससे पहले भी कांग्रेस के जुड़ी रही.
बता दें कि कई बार उन्हें लेकर दावा किया गया कि वह वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं. वहीं, सोनिया गांधी के रायबरेली की पारिवारिक सीट छोड़ने पर भी दावा किया गया कि वह रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं.
हालांकि, वह अब ऑफिशियली चुनाव वायनाड सीट से लड़ने जा रही हैं. बता दें कि राहुल गांधी दो बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.
मैं बिल्कुल भी नर्वस नहीं हूं : प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी इससे पहले उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी रह चुकी हैं. वह इसी साल हुए लोकसभा के चुनाव में पार्टी की रणनीतिकार और स्टार प्रचारक के रूप में उभरी.
कांग्रेस पार्टी के समर्थकों का दावा है कि उनके कारण ही चुनाव में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर पाई. वायनाड उपचुनाव पर उनके नाम का जब एलान किया गया, तो उन्होंने कहा था कि मैं बिल्कुल भी नर्वस नहीं हूं.
उन्होंने कहा कि मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा था कि मैं राहुल गांधी की कमी वायनाड के लोगों को कभी महसूस नहीं होने दूंगी.
उन्होंने कहा था कि मैं कड़ी मेहनत करूंगी और अपने क्षेत्र के सभी लोगों को खुश करने और एक अच्छा जनप्रतिनिधि बनने की भरपूर कोशिश करूंगी.
2023 में बनाया गया कांग्रेस का महासचिव
बता दें कि सक्रिय राजनीति में शामिल होने के बाद प्रियंका गांधी को साल 2019 में पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया था. बाद में उन्हें पूरे राज्य का प्रभारी बना दिया गया.
हालांकि, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में खास प्रदर्शन नहीं कर पाई. इसके बावजूद प्रियंका जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने में लगी रही.
बाद में साल 2023 में उन्हें कांग्रेस पार्टी का महासचिव बनाया गया. वहीं, इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें स्टार प्रचारक बना दिया गया.
कांग्रेस पार्टी के समर्थकों ने हिमाचल विधानसभा चुनाव का जीत का सेहरा प्रियंका गांधी के सिर पर ही बांधा था. व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा से शादी करने वाली प्रियंका गांधी ने अपनी अलग पहचान बनाई.
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अमेठी और रायबरेली सीट पर किया था प्रचार
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘सोने और मंगलसूत्र’ वाली टिप्पणी पर प्रियंका गांधी ने मतदाताओं से भावुक अपील भी की थी.
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी दादी इंदिरा गांधी ने देश के लिए अपना मंगलसूत्र त्याग दिया था. लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका ने 108 रैली और रोड शो किया.
उन्होंने 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव प्रचार किया. उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट पर भी जमकर प्रचार किया. दोनों सीटों पर उन्होंने जमीन पर उतर कर नुक्कड़ सभा की थी.
इससे चुनाव में फायदा मिलने का दावा किया गया. बता दें कि प्रियंका का पदार्पण ऐसे समय में हुआ है, जब कांग्रेस को हरियाणा में हार मिली है.
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह झारखंड और महाराष्ट्र के साथ-साथ वायनाड में चुनाव अभियान कैसे आगे बढ़ाएंगी.
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