PM MODI Speech: दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, जिनको जनता ने अस्वीकार किया है, वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं.
PM MODI Speech: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा. 2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है, देश उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा हुआ है. संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है. सबसे बड़ी बात है कि हमारे संविधान की यात्रा का 75वें साल में प्रवेश अपने आप में लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही उज्जवल अवसर है.
PM MODI Speech: मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से संसद को नियंत्रित करने का प्रयास
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, “संसद में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें. दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिनको जनता ने अस्वीकार किया है, वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं. देश की जनता उनसे सारे व्यवहारों को गिनती है और समय आने पर सजा भी देती है. लेकिन दुख की बात है कि नए सांसदों के अधिकारों को कुछ लोग दबोच देते हैं.
PM MODI Speech: नए सांसदों के अधिकारों को दबा रहे हैं कुछ लोग
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे लोग संसद को कंट्रोल करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. उनका अपना मकसद तो संसद की गतिविधि को रोकने से ज्यादा सफल नहीं होता, लेकिन देश की जनता उनके सारे व्यवहारों को देखती है और जब समय आता है तो उनके सजा भी देती है. पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा पीड़ा की बात है जो नए सांसद हैं, नई विचार और नई ऊर्जा लेकर आते हैं, उनके अधिकारों को कुछ लोग दबोच देते हैं.
PM MODI Speech: 2024 का ये अंतिम कालखंड
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, “2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है. देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा है. संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है. सबसे बड़ी बात है हमारे संविधान के 75 साल की यात्रा, 75वें साल में उसका प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत ही उज्ज्वल अवसर है. कल संविधान सत्र में हम सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे.