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PM मोदी ने कहा- इंडोनेशिया-भारत के रिश्ते हजारों साल पुराने, महाकुंभभिषेकम को किया संबोधित

by Sanjay Kumar Srivastava
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पीएम मोदी ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया के रिश्ते हजारों साल पुराने हैं. हम हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति से जुड़े हैं.हम हजारों वर्ष पुराने इतिहास से जुड़े हैं. हमारा संबंध विरासत का है,विज्ञान का है,विश्वास का है.

NEW DELHI: पीएम मोदी ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया के रिश्ते हजारों साल पुराने हैं. हम हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति से जुड़े हैं.हम हजारों वर्ष पुराने इतिहास से जुड़े हैं. हमारा संबंध विरासत का है, विज्ञान का है, विश्वास का है. हमारा संबंध साझी आस्था का है, आध्यात्म का है. हमारा संबंध भगवान मुरुगन और भगवान श्री राम का भी है.हमारा संबंध भगवान बुद्ध का भी है. PM मोदी ने यह बातें रविवार को इंडोनेशिया के जकार्ता में श्री सनातन धर्म आलयम के महाकुंभभिषेकम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कही.

इंडोनेशिया में काशी और केदार जैसी ही होती है आध्यात्मिक अनुभूति

उन्होंने कहा कि भारत से इंडोनेशिया जाने वाला कोई व्यक्ति जब प्रम्बानन मंदिर में हाथ जोड़ता है, तो उसे काशी और केदार जैसी ही आध्यात्मिक अनुभूति होती है. जब भारत के लोग काकाविन और सेरात रामायण के बारे में सुनते हैं तो उनमें वाल्मीकि रामायण, कम्ब रामायण और रामचरित मानस जैसी ही भावना जगती है. अब तो भारत के अयोध्या में इंडोनेशिया की रामलीला का मंचन भी होता रहता है.

इसी तरह बाली में जब हम ‘ओम स्वस्ति-अस्तु’ सुनते हैं, तो हमें भारत के वैदिक विद्वानों का स्वस्ति-वाचन याद आता है. कहा कि आपके यहां बोरोबुदुर स्तूप में हमें भगवान बुद्ध की उन्हीं शिक्षाओं के दर्शन होते हैं, जिनका अनुभव हम भारत में सारनाथ और बोधगया में करते हैं. हमारे ओडिशा राज्य में आज भी बाली जात्रा को सेलिब्रेट किया जाता है. ये उत्सव उन प्राचीन समुद्री यात्राओं से जुड़ा है, जो कभी भारत-इंडोनेशिया को व्यापारिक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ती थीं. आज भी भारत के लोग जब हवाई यात्रा के लिए ‘गरुड़ इंडोनेशिया’ में बैठते हैं, तो उन्हें उसमें भी हमारी साझा संस्कृति के दर्शन होते हैं.

जकार्ता में भगवान मुरुगन का भव्य मंदिर बनेगा आस्था और सांस्कृतिक मूल्यों का केंद्र

कहा कि हमारे रिश्ते ऐसे कितने ही मजबूत तारों से गुथे हैं. अभी जब प्रेसिडेंट प्रबोवो भारत आए थे, हम दोनों ने तब भी इस साझी विरासत से जुड़ी कितनी ही चीजों पर बात की. आज जकार्ता में भगवान मुरुगन के इस नए भव्य मंदिर के जरिए हमारी सदियों पुरानी विरासत में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ रहा है.मुझे विश्वास है कि ये मंदिर न केवल हमारी आस्था, बल्कि हमारे सांस्कृतिक मूल्यों का भी नया केंद्र बनेगा.

मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि इस मंदिर में भगवान मुरुगन के अलावा विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों की भी स्थापना की गई है. ये विविधता, ये बहुलता,हमारी संस्कृति का सबसे बड़ा आधार है. इंडोनेशिया में विविधता की इस परंपरा को ‘भिन्नेका तुंग्गल इका’ कहते हैं. भारत में हम इसे ‘विविधता में एकता’ कहते हैं. ये विविधता को लेकर हमारी सहजता का ही है कि इंडोनेशिया और भारत में भिन्न-भिन्न संप्रदाय के लोग इतने अपनत्व से रहते हैं. इसलिए आज का ये पावन दिन हमें अनेकता में एकता की भी प्रेरणा दे रहा है.

भारत और इंडोनेशिया मिलकर करेंगे प्रम्बानन मंदिर का संरक्षण

पीएम ने कहा कि हमारे सांस्कृतिक मूल्य, हमारी धरोहर, हमारी विरासत आज इंडोनेशिया और भारत के बीच people to people connect बढ़ा रहे हैं. हमने साथ मिलकर प्रम्बानन मंदिर के संरक्षण का फैसला किया है. हम बोरोबुदुर बौद्ध मंदिर को लेकर अपनी साझी प्रतिबद्धता प्रकट कर चुके हैं. अयोध्या में इंडोनेशिया की रामलीला का ज़िक्र अभी मैंने आपके सामने किया. हमें ऐसे और कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है. मुझे विश्वास है कि प्रेसिडेंट प्रबोवो के साथ मिलकर हम इस दिशा में और तेजी से आगे बढ़ेंगे.

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