Nitin Gadkari On Road Accident: नितिन गडकरी ने कहा कि किसी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में सड़क हादसों को लेकर होने वाली बातों पर मैं अपना मुंह छुपाने की कोशिश करता हूं.
Nitin Gadkari On Road Accident: दुनियाभर में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. भारत में सड़क दुर्घटनाओं के मामले में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इस सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का बहुत बड़ा बयान सामने आया है. नितिन गडकरी ने कहा कि किसी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में सड़क हादसों को लेकर होने वाली बातों पर मैं अपना मुंह छुपाने की कोशिश करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण लेन अनुशासनहीनता है.
स्वीडन में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या हुई जीरो
दरअसल, लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान नितिन गडकरी ने यह बातें कही हैं. उन्होंने कहा कि मैं किसी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस शामिल होता हूं और वहां जब सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चर्चा होती है, तो इस दौरान मैं अपना मुंह छिपाने की कोशिश करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा इसलिए है कि दुनियाभर में सड़क हादसों के मामलों में सबसे खराब रिकॉर्ड हमारा ही है. इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वीडन देश हर रोज होने वाले रोड एक्सीडेंट को जीरो पर ले आया है और कई बहुत से देशों ने ऐसा काम किया है.
उन्होंने खुद को ट्रांसपेरेंट बताते हुए कहा कि साल 2014 में जब मैंने सड़क परिवहन मंत्रालय का जिम्मा संभाला था, तब से लेकर अब तक सड़क हादसों और इससे होने वाले मौतों को 50 फीसदी तक कम करने का लक्ष्य रखा था. एक्सीडेंट कम होना तो भूल जाइए आप, लेकिन मुझे यह स्वीकार करने में भी कोई शर्म नहीं है कि पहले से यह बढ़ गए हैं. इसलिए किसी भी इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस इस पर चर्चा होती है, तो मैं अपना मुंह छिपाने की कोशिश करता हूं.
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नितिन गडकरी की गाड़ी का दो बार कटा चालान
इसके बाद नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण लेन अनुशासनहीनता है. उन्होंने कहा कि गाड़ियों की तेज गति इतनी बड़ी समस्या नहीं है क्योंकि दुनियाभर में लोग तेज गति से वाहन चलाते हैं. लेकिन भारत में लेन अनुशासनहीनता एक सबसे बड़ी समस्या है. सदन में मौजूद सांसदों से उन्होंने कहा कि लोगों और विशेष रूप से युवाओं को यातायात अनुशासन के साथ लेन अनुशासनहीनता के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए.
यहां तक कि बच्चों को भी यातायात नियमों के महत्व के बारे में हमेशा जागरूक किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यातायात कानून के उल्लंघन के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या में CCTV कैमरे लगाए गए हैं. यातायात नियमों का पालन न करने के लिए मुंबई में उनकी कार पर भी दो बार जुर्माना लगाया गया है. इस मामले पर लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कहा कि सदन के सदस्यों का यह कर्तव्य है कि वह लोगों को यातायात नियमों के बारे में शिक्षित करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
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