मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति को बड़ी सफलता मिली है. भारत सरकार की पैरवी पर अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. अब उसे जल्द ही भारत लाया जाएगा.
MUMBAI NEWS: मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति को बड़ी सफलता मिली है. भारत सरकार की पैरवी पर अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. अब उसे जल्द ही भारत लाया जाएगा.अदालत ने राणा की दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया है.
भारत काफी दिनों से राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था, क्यों कि वह 2008 के मुंबई आतंकवादी मामलों में वांछित है. मालूम हो कि यह राणा के लिए भारत को प्रत्यर्पित न किए जाने का आखिरी मौका था.इसके पहले वह अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार गया था.
राणा ने तर्क दिया कि उस पर इलिनोइस (शिकागो) की संघीय अदालत में 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले से संबंधित आरोपों पर मुकदमा चलाया गया और बरी कर दिया गया था. भारत ने भी उन्हीं आरोपों के आधार पर प्रत्यर्पण की मांग की थी, जिनके आधार पर शिकागो की अदालत ने राणा को बरी कर दिया था. हालांकि अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल ने कहा था कि सरकार यह नहीं मानती कि जिस आचरण के लिए भारत प्रत्यर्पण चाहता है, वह इस मामले में मुक्त हो चुका है. तहव्वुर राणा अमेरिकी अपील न्यायालय सहित निचली अदालतों और कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका है. अब उसने ताजा याचिका से अपना प्रत्यर्पण रोकने की संभवतः आखिरी कोशिश की थी.
2008 के मुंबई हमलों में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे
बता दें कि अमेरिकी सरकार भी राणा के प्रत्यर्पण के लिए तैयार है. बीते 16 दिसंबर को ही अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल एलिजाबेथ बी प्रीलोगर ने सुप्रीम कोर्ट से राणा की याचिका को खारिज करने की अपील की थी. राणा के वकील ने अमेरिकी सरकार की सिफारिश को चुनौती दी और सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि उसकी रिट स्वीकार की जाए.
राणा वर्तमान में लॉस एंजेलिस की जेल में बंद है. राणा पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा हुआ था, जो 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. मालूम हो कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे. इस हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 60 घंटे से अधिक समय तक मुंबई के अहम स्थानों पर हमला किया था और लोगों की हत्या की थी.
कौन है तहव्वुर राणा, हमले से कैसे जुड़ा नाम
तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है. भारत लंबे समय से राणा के प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है. क्यों कि वह 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मामले में वांटेड है. वतहव्वुर राणा इस समय अमेरिक के लास एंजिल्स जेल में बंद है. उस पर मुंबई हमलों की साजिश से भी जुड़े होने का आरोप है. उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकावादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26/ 11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है.
राणा वर्तमान में लॉस एंजिल्स की जेल में है. इसके पहले अमेरिकी सरकार ने अदालत में दलील दी थी कि पुरीक्षण याचिका को खारिज किया जाना चाहिए. अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल एलिजाबेथ बी. प्रीलोगर ने 16 दिसंबर को उच्चतम न्यायालय में दाखिल अपने दस्तावेज में यह बात कही. उन्होंने कहा कि राणा इस मामले में भारत प्रत्यर्पण से छूट का हकदार नहीं है.
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