Mumbai Arthur Road Jail And Tahawwur Rana: मुंबई हलमे के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाने के बाद आर्थर रोड जेल या दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा जा सकता है.
Mumbai Arthur Road Jail And Tahawwur Rana: 26/11 मुंबई आतंकी हमले को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है. हमले के दोषी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि NIA के 4 अधिकारियों की टीम गुरुवार को अमेरिका रवाना होगी.
सूत्रों के मुताबिक तहव्वुर राणा को भारत लाने के बाद मुंबई के आर्थर रोड जेल या दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा जा सकता है. ऐसे में आर्थर रोड जेल एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है. बता दें कि आर्थर रोड जेल को काफी खतरनाक माना जाता है. इसी जेल में 26/11 हमले के दोषी अजमल कसाब को भी रखा गया था.
मुंबई की सबसे बड़ी जेल है आर्थर रोड जेल
दरअसल, कई फिल्मस्टार, अंडरवर्ल्ड डॉन, राजनेता, उद्योगपति, IPS अधिकारी समेत मशहूर हस्तियां आर्थर रोड जेल की हवा खा चुकी हैं. हाई प्रोफाइल कैदियों की वजह से ही यह जेल लगातार चर्चाओं में बनी रहती है. फांसी से पहले 26/11 हमले के दोषी अजमल कसाब को भी इसी जेल में रखा गया है.
इस जेल को भी ब्रिटिश शासन काल के दौरान साल 1926 में बनाया गया और साल 1842 से 1846 बॉम्बे के गवर्नर रहे जॉर्ज आर्थर के नाम पर ही इस जेल का नाम रखा गया था. हालांकि, साल 1994 में इस जेल का नाम ‘मुंबई मध्यवर्ती कारागृह’ रखा गया था, लेकिन यह अब भी आर्थर रोड जेल के नाम से ही फेमस है.
यह मुंबई की सबसे बड़ी जेल मानी जाती है. आर्थर रोड जेल में अंडर ट्रायल कैदियों रखा जाता है. इसमें अंडरवर्ल्ड से जुड़े अपराधियों को भी इस जेल में रखा जाता है. एक समय पर शराब कारोबारी विजय माल्या को भी इसी जेल में रखे जाने की चर्चा होती रही है. बॉलीवुड के बादशाह यानी शाहरुख खान के बेटे आर्यन भी इस जेल की हवा खा चुके हैं.
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दाऊद इब्राहिम का भाई भी रहा इस जेल में
अजमल कसाब के अलावा दाऊद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर, मुस्तफा दोसा, यासीन भटकल, पीटर मुखर्जी और बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त के अलावा अनिल देशमुख, नवाब मलिक, संजय राउत और छगन भुजबल जैसे नेता भी इस जेल की हवा खा चुके हैं. बता दें कि इस जेल में कुख्यात और खूंखार आतंकियों को रखने के लिए अंडा सेल बनाया गया है.
अजमल कसाब के अलावा गैंगस्टर अबू सलेम और दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को प्रत्यर्पण के बाद अंडा सेल ही में रखा गया था. जेल में दबदबा बनाने के लिए कभी-कभी गैंग वॉर भी होते हैं. साल 2006 में जेल के अंदर हुए हमले में अबू सलेम भी घायल हो चुका है.
जेल अधिकारियों के मुताबिक इस जेल में 14 सामान्य बैरक, एक उच्च सुरक्षा सेल और छह अलग-अलग बैरक बनाए गए हैं. गौरतलब है कि इस हाई प्रोफाइल जेल में कैदियों की संख्या बढ़ती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेल में 800 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन हाल के समय में इस जेल में करीब 3 हजार कैदी बंद हैं.
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