Manipur Crisis: सोमवार से शुरू होने वाले राज्य के विधानसभा सत्र को भी रद्द कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक BJP मणिपुर में भी घमासान मचा हुआ है.
Manipur Crisis: मणिपुर में एक दिन पहले मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया. अब ऐसे में बड़ा सवाल बन गया है कि मणिपुर का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. साथ ही चर्चा इस बात की भी होने लगी है कि क्या मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होगा. बता दें कि मणिपुर में पिछले दो सालों से हिंसा जारी है. साथ ही विपक्षी पार्टियां केंद्र के साथ ही राज्य सरकार को भी घेर रही है. ऐसे हम बीरेन सिंह के इस्तीफे की कहानी और सभी सवालों के जवाब देंगे.
संबित पात्रा ने भी मणिपुर में किया कैंप
बता दें कि मणिपुर की राजधानी इंफाल स्थित राजभवन की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए एन बीरेन सिंह को वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का निर्देश दिया है. वहीं, सोमवार से शुरू होने वाले राज्य के विधानसभा सत्र को भी रद्द कर दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक BJP मणिपुर में भी घमासान मचा हुआ है. दूसरी ओर दावा किया जा रहा है कि विपक्ष ने सत्र के दौरान सिंह के बीरेन सिंह अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली थी. इस हफ्ते शुरुआत में ही सुप्रीम कोर्ट ने एक ऑडियो क्लिप की प्रामाणिकता पर सीलबंद फोरेंसिक रिपोर्ट मांगी थी. इस ऑडियो में आरोप लगाया गया कि मणिपुर हिंसा में बीरेन सिंह का हाथ है.
टेप में कथित तौर पर बीरेन सिंह को कहते हुए सुना जा सकता है कि मैतेई समूहों को राज्य में अशांति के दौरान राज्य सरकार से हथियार और गोला-बारूद लूटने की अनुमति दी गई थी. इस मामले के बीच BJP के नेता संबित पात्रा भी मणिपुर में डेरा डाले हुए हैं. सूत्रों की माने तो बीरेन सिंह को लेकर BJP के कई विधायक नाराज थे. कई नेताओं ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मिलकर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी.
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राज्यपाल अजय भल्ला जल्द सौंपेंगे रिपोर्ट
BJP के कई विधायकों का मानना है कि बीरेन सिंह के पद छोड़ने से कुकी और मैतई जातीय समुदायों के बीच जारी हिंसा को रोका जा सकता है. ऐसे में रविवार को बीरेन सिंह दिल्ली आए थे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी. गौरतलब है कि मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद से विपक्षी पार्टियों ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांगा था. उन्होंने पहले कई बार इस मांग को खारिज किया है.
गौरतलब है कि अजय भल्ला को पिछले साल दिसंबर में राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. उन्हें मणिपुर में शांति और सुरक्षा में तेजी लाने का निर्देश दिया गया था. ऐसे में सूत्रों की माने तो मणिपुर में अभी कोई ऐसा नहीं है, जिसे पार्टी के अधिकांश विधायकों का समर्थन मिल रहा हो. ऐसे में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भी चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है.
माना जा रहा है कि राज्यपाल अजय भल्ला कुछ दिनों के अंदर केंद्र सरकार को राज्य की रिपोर्ट सौंपेंगे और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर सकते हैं. वहीं, दिल्ली में BJP आलाकमान के बीच बैठकों का दौर जारी है. पार्टी जल्द ही अपना अगला कदम राज्यपाल अजय भल्ला को बता देगी.
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