Home National अमृत स्नान में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, साधु-संतों ने लगाई डुबकी; देखें महाकुंभ की तस्वीरें

अमृत स्नान में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, साधु-संतों ने लगाई डुबकी; देखें महाकुंभ की तस्वीरें

by Sachin Kumar
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Mahakumbh 2025 huge crowd devotees gathered Amrit Snan

Mahakumbh 2025 : मकर संक्रांति के मौके पर महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान हो रहा है. इस अवसर पर नागा साधुओं के अखाड़े समेत देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने स्नान किया.

Mahakumbh 2025 : प्रयागराज में पौष-पूर्णिमा स्नान के बाद महाकुंभ की शुरुआत हो गई है. लेकिन मकर संक्रांति (मंगलवार) के मौके पर पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) किया गया. अमृत स्नान के अवसर पर सबसे पहले नागा साधुओं के अखाड़े अमृत स्नान करेंगे. दूसरी तरफ कड़ाके की ठंड में त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए देश के कोने-कोने से लोग महाकुंभ में पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि अमृत स्नान के मौके पर पवित्र संगम में डुबकी लगाने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है. व्यक्ति की कई समस्याओं का निवारण हो जाता है लेकिन इसके कुछ नियम भी हैं जिन्हें फॉलो करने से मनोकामना पूरी होती है.

संत-महंत और महामंडलेश्वर ने लगाई डुबकी

त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए देश-विदेशों से श्रद्धालुओं भारी संख्या में महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. जानकारी से पता चला है कि 6 शाही स्नान और 3 अमृत स्नान किए जाएंगे जिसमें पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति के अवसर पर किया जा रहा है जहां हजारों-हजारों की संख्या में साधु-संत समेत श्रद्धालु स्नान करने के लिए प्रयागराज में पहुंच रहे हैं.

वहीं, दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी, 2025 को मौनी अमावस्या पर किया जाएगा और तीसरा 3 फरवरी, 2025 को बसंत पंचमी के अवसर पर किया जाएगा. बता दें कि त्रिवेणी में महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संत-महंत और महामंडलेश्वर ने डुबकी लगाई. इस दौरान नागा साधु तलवार-त्रिशूल, डमरू के हाथों में लेकर पूरे शरीर पर भस्म-भभूत लगाकर घोड़े पर सवारी करते हुए हर-हर महादेव के नारे लगाए.

महाकुंभ को देखने भर से ही शांति मिलती है

अमृत स्नान के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है. आज लोक आस्था के महापर्व ‘मकर संक्रांति’ के पावन अवसर पर महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम ‘अमृत स्नान’ कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं का अभिनंदन! वहीं, आनंद अखाड़े के कुमार स्वामी महाराज ने कहा कि महाकुंभ में स्नान करने से बड़ा कुछ नहीं है जो लोग यहां पर आते हैं वह बहुत भाग्यशाली होते हैं. यहां पर हो रही घटनाओं को देखने से ही आत्मा को शांति और आनंद मिलता है. हमारे ऋषि-मुनि और शास्त्र शुरू से ही विश्व में शांति चाहते रहे हैं.

यह भी पढ़ें- जयकारे से गूंजी तीर्थ नगरी, महाकुंभ के पहले दिन 1.5 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी, CM ने दिया धन्यवाद

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