Home Latest कर्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर को लेकर दिया बयान, कहा- केंद्र शासित प्रदेश बनाना ‘मुकुट’ का अपमान

कर्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर को लेकर दिया बयान, कहा- केंद्र शासित प्रदेश बनाना ‘मुकुट’ का अपमान

by Live Times
0 comment
Congress Leader On J&K: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सद्र-ए-रियासत डॉक्टर कर्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने घाटी को केंद्र शासित प्रदेश बनने पर नाराजगी व्यक्त की है.

Congress Leader On J&K: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सद्र-ए-रियासत डॉक्टर कर्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने घाटी को केंद्र शासित प्रदेश बनने पर नाराजगी व्यक्त की है.

Congress Leader On J&K: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सद्र-ए-रियासत डॉक्टर कर्ण सिंह ने जम्मू कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा दिए जाने की वकालत करते हुए कहा है कि मौजूदा स्थिति स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाना किसी के गले नहीं उतरता, न डोगरों के न कश्मीरियों के.

अनुच्छेद 370 को लेकर जताई चिंता

समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में राज्यसभा सदस्य और पूर्ववर्ती राज्य के सद्र-ए-रियासत कर्ण सिंह ने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद हुए बदलावों पर भी अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का संवैधानिक दर्जा बदले जाने से पहले पूरी बहस इस बात पर हुआ करती थी कि राज्य को कितनी स्वायत्तता दी जाए. उन्होंने कहा कि 370 हटाए जाने के बाद अब बात पूरी तरह बदल गई है.

क्या बोले कर्ण सिंह?

अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके कर्ण सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर तो भारत का ‘माथा और मुकुट’ है, अब मुकुट छोड़कर हिमाचल और हरियाणा से भी नीचे आ गया है. इसे दुरुस्त करने की जरूरत है. मुझे विश्वास है कि सरकार ये जल्द से जल्द करेगी. उन्होंने कहा कि ये अधिवास कानून है जो हम चाहते हैं. कर्ण सिंह ने दशकों पहले राज्य के 3 हिस्सों में विभाजन का प्रस्ताव रखा था, जिसमें जम्मू को हिमाचल प्रदेश में विलय करना, लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाना और कश्मीर को राज्य के रूप में जारी रखना शामिल था. कर्ण सिंह ने आगे कहा कि हर कोई मेरे पास आया और उस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया. आज हालात अलग हैं. जम्मू की अब अपनी अलग पहचान है. मुझे लगता है कि अब एकमात्र क्रांतिकारी सुझाव राज्य के लोगों के हितों की रक्षा के लिए राज्य का दर्जा बहाल हो, अधिवास कानून लागू हो और जम्मू और कश्मीर क्षेत्रों के बीच उचित संतुलन बनाने का एक ईमानदार प्रयास हो. उन्होंने कहा कि ये उसी स्थिति में संभव है, जब केंद्र और राज्य के बीच शांतिपूर्ण संबंध हो.

यह भी पढ़ें: Maharashtra News: विपक्ष ने की CM फडणवीस की तारीफ, ‘देवा भाऊ’ कहकर…

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2024 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00