Congress MP Shashi Tharoor Angry: शशि थरूर ने रविवार को कहा है कि मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है, तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद हैं.
Congress MP Shashi Tharoor Angry: कांग्रेस सांसद और पार्टी के कार्यसमिति के सदस्य शशि थरूर ने अपने कड़े रुख को साफ कर दिया है. उन्होंने रविवार को कहा है कि मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है, तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि वह जल्द ही बड़े फैसले ले सकते हैं. हालांकि, उन्होंने पार्टी बदलने की अफवाहों का खंडन किया है.
पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है- सांसद
दरअसल, तिरुवनंतपुरम से 4 बार के सांसद शशि थरूर ने रविवार को मलयालम पॉडकास्ट में बड़ा बयान दिया. उन्होंने कांग्रेस से नाराजगी की खबरों पर कहा कि उन्होंने कभी भी खुद को एक राजनेता के रूप में नहीं सोचा और न ही अपने विचारों को छोटा रखा है. साथ ही कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर दिखाते हुए कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है, तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद हैं.
फिर उन्होंने पार्टी बदलने की अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि भले ही हमारे विचारों में अंतर हो, लेकिन मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं. कांग्रेस सांसद की यह टिप्पणी उस समय में आई है, जब पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने के लिए पार्टी ने उन्हें दरकिनार किया है. कुछ दिनों पहले ही खबर आई है कि वह पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं.
साथ उन्होंने 18 फरवरी को राहुल गांधी से मुलाकात की है. राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान उन्होंने चुभने वाले सवाल भी पूछे थे. मुलाकात में उन्होंने पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर सवाल किए हैं कि पार्टी में उनका रोल क्या है. साथ ही कहा कि उन्हें संसद के अंदर महत्वपूर्ण बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता. वहीं, एक दिन पहले उन्होंने अपने X हैंडल पर एक विचार भी शेयर किया था, जिसमें लिखा था कि जहां अज्ञान आनंद है, वहां बुद्धिमान होना मूर्खता है.
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पार्टी लाइन से हटकर हाल में दिए बयान
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल शशि थरूर को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं. साथ ही उन्हें दरकिनार किया जा रहा है. कुछ दिनों पहले उन्होंने केरल में LDF यानि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की सरकार की औद्योगिक नीति की प्रशंसा कर राज्य के कांग्रेस नेताओं को आलोचना करने का मौका दे दिया था.
कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था. इस पर कांग्रेस के कई नेताओं ने BJP यानि भारतीय जनता पार्टी को जमकर घेरा था. दूसरी ओर शशि थरूर ने पार्टी की आधिकारिक रुख से हटकर कह दिया कि प्रधानमंत्री की इस यात्रा से मिले महत्वपूर्ण परिणाम देश के लोगों के लिए हित में हैं. इस पर केरल कांग्रेस के मुखपत्र वीक्षणम डेली के एक संपादकीय में शशि थरूर को बड़ी नसीहत दी गई थी.
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शशि थरूर का बिना नाम लिए संपादकीय में लिखा गया था कि लोकल बॉडी इलेक्शन से पहले पार्टी की उम्मीद को किसी की ओर से ठेस नहीं पहुंचाया जाना चाहिए. आगामी चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को धोखा न दें. गौरतलब है कि शशि थरूर कांग्रेस के भीतर आलाकमान के खिलाफ मुखर रहने वाले G-23 समूह हिस्सा हैं. G-23 समूह में शामिल शशि थरूर समेत कई नेता गाहे-बगाहे अपने बयानों और X पोस्ट से पार्टी और गांधी परिवार से तीखे और मुश्किल सवाल पूछते रहते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि शशि थरूर पार्टी से नाराज हैं.
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