प्रयागराज में मौनी अमावस्या को लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं. हादसे की तह तक जाने के लिए योगी ने न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है.उधर, सीएम के निर्देश पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को गुरुवार को प्रयागराज पहुंचें.
UP NEWS: प्रयागराज में मौनी अमावस्या को लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं. हादसे की तह तक जाने के लिए योगी ने न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है.उधर, सीएम के निर्देश पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को गुरुवार को प्रयागराज पहुंचें. सीएम के आदेश पर गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने न्यायिक आयोग के गठन की अधिसूचना जारी कर दी.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में न्यायिक आयोग गठित किया गया है, जिसमें सेवानिवृत्त आईपीएस वीके गुप्ता (पूर्व डीजी) और सेवानिवृत्त आईएएस दिनेश कुमार सिंह सदस्य बनाए गए हैं.पीड़ितों को 25 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संगम तट पर एक दुर्भाग्यपूर्ण हदासा हुआ. जिसमें 90 से ज्यादा लोग घायल हुए. करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है.
मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख का मुआवजा
मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि प्रशासन ने कई दौर की समीक्षा बैठकें की थीं,फिर भी यह हादसा कैसे हुआ? इसकी गहन जांच होगी. न्यायिक जांच के अलावा मुख्य सचिव और डीजीपी भी हादसे के कारणों की जांच करेंगे. यह भी जांचेंगे कि व्यवस्था में कोई लापरवाही तो नहीं हुई थी और इसके लिए कौन-कौन दोषी हैं. सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है.
घटनास्थल पर पहुंचकर एक-एक बिंदु पर मेला क्षेत्र के अधिकारियों से की बात
वहीं तमाम व्यवस्था के बावजूद घटना होने की वजह से मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने घटना के कारणों की समीक्षा की. दोनों अफसरों ने घटनास्थल पर पहुंचकर एक-एक बिंदु पर मेला क्षेत्र के अधिकारियों से बात की.दोनों अधिकारियों ने त्रिवेणी स्थल तक जाने वाले मार्ग पर भीड़ नियंत्रित न कर पाने के कारणों को भी जाना. मुख्य सचिव व डीजीपी ने मेला क्षेत्र के अधिकारियों से पूछा कि तमाम व्यवस्थाओं के बावजूद कहां चूक हुई कि इतना बड़ा हादसा हो गया, इस पर अधिकारी जवाब नहीं दे पाए.
न्यायिक आयोग एक माह में शासन को देगा अपनी रिपोर्ट
मुख्य सचिव व डीजीपी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे. सीएम ने कहा कि ये घटना सबक लेने वाली भी है, लिहाजा इसकी गहन जांच कराई जाएगी. ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर इतनी सतर्कता के बावजूद हादसा कैसे हुआ. आयोग घटना के कारणों एवं परिस्थितियों का पता लगाएगा, जिनकी वजह से घटना हुई. इसके अलावा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए भी अपने सुझाव देगा. आयोग एक माह में अपनी रिपोर्ट शासन को देगा.
इसके अलावा पुलिस के स्तर से भी अलग जांच होगी ताकि हादसे के कारणों का पता लगाकर आगामी स्नानों की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके.वहीं घटना के बारे में सीएम ने कहा कि यह दुखद और मर्माहत करने वाली है. उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हम लोग रात से ही लगातार मेला प्राधिकरण, प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के संपर्क में हैं.
आसपास के जिलों में भी होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों को रोका गया था, जिन्हें अखाड़ों का स्नान संपन्न होने के बाद जाने दिया जा रहा है। कई मेला स्पेशल ट्रेनें चलाईं, जिनकी संख्या 300 से अधिक थी। आठ हजार से अधिक बसें चल रही हैं। पीएम समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों का सहयोग भी हमें मिलता रहा। सीएम ने इस दुखद घटना में मृत लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है, जिससे कोई व्यक्ति अगर लापता है तो उसके संबंध में जानकारी की जा सकती है. प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि इस समय स्थिति सामान्य है.
कर्नाटक के चार लोगों की मौत
डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि मरने वाले 30 में से 25 श्रद्धालुओं की पहचान हो चुकी है और बाकी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. इनमें कर्नाटक के 4, असम के 1, गुजरात के 1 लोग शामिल हैं. फिलहाल 36 लोगों का इलाज किया जा रहा है. घायलों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी की गई है. महाकुंभ में हुए हादसे में कर्नाटक के बेलगावी शहर के चार लोगों की जान चली गई. महाकुंभ में जिन लोगों की मौत होने की बात कही जा रही है उनमें वडागांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता ज्योति हट्टारवाड़ (50) और उनकी बेटी मेघा हट्टारवाड़ (16) की मौत हो गई है. इसके अलावा अन्य दो लोगों में बेलगावी की महादेवी भवनूर और अरुण भी शामिल हैं.
तीन अनुभवी अफसरों की भी महाकुंभ में हुई तैनाती
महाकुंभ में अब अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है. आईएएस आशीष गोयल और भानुचंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है. 2019 अर्ध कुंभ गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर करवाया था, भानु तब डीएम और प्राधिकरण के वीसी थे. आशीष गोयल तब के इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेले के प्रभारी थे. पांच और विशेष सचिव रैंक के अधिकारियों को कुंभ भेजा गया है जिनका अनुभव रहा है.
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