Atul Subhash: अतुल सुभाष केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा और भाई अनुराग को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया.
Atul Subhash Case: बेंगलुरु पुलिस को अतुल सुभाष सुसाइड केस में बड़ी सफलता हाथ लगी है. आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा और भाई अनुराग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने रविवार को कहा कि निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बताया सच
इस मामले में जानकारी देते गुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के लिए उन्हें बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. ऐसा माना जा रहा है कि निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी से जुड़े कागजात पर दस्तखत करने के लिए आए थे, इससे पहले ही पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया.
क्या था पूरा मामला?
बता दें कि 34 साल के सुभाष ने 9 दिसंबर को अपने घर में आत्महत्या कर ली थी. इसके लिए जिम्मेदार उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों को बताया था. उन्होंने एक लंबा वीडियो बनाया था और 24 पन्नों का एक नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर झूठे मामलों और लगातार यातना के कारण आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद मराठाहल्ली पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है और निकिता और दो अन्य को गिरफ्तार किया है.
साल 2019 में हुई थी शादी
गौरतलब है कि अतुल और निकिता की शादी साल 2019 में हुई थी. उनके एक बेटा भी है. साल 2021 में निकिता ने अतुल पर दहेज उत्पीड़न, अप्राकृतिक यौन शोषण और पिता की हत्या समेत 9 केस दर्ज कराए थे. इसके बाद अतुल ने आरोप लगाया कि इन मामलों को सेटल करने के लिए उनसे तीन करोड़ रुपये की मांग की गई थी.
कर्नाटक के गृह मंत्री ने दिया बयान
इस मुद्दे पर बात करते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि सुभाष की पत्नी, सास और साले को पकड़ लिया गया है और वह न्यायिक हिरासत में हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होगी. जी परमेश्वर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सुभाष ने लगभग चालीस पन्नों का डेथ नोट छोड़ा था और उन्होंने कई मुद्दे उठाए हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण कानून में उन प्रावधानों के दुरुपयोग के बारे में है, जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए हैं. मंत्री ने कहा है कि उन पर 3 करोड़ रुपये और उनके खिलाफ दर्ज मामलों समेत अन्य चीजों के लिए दबाव डाला गया था. गृह मंत्री ने कहा कि यह देश भर में चर्चा का विषय बन गया है कि क्या कानून में संशोधन किया जाना चाहिए, महिलाओं के अधिकारों का दुरुपयोग किया जा रहा है.
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