Bangladesh Violence : बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच अखिलेश यादव ने कहा कि मोदी सरकार खुद को ताकतवर बताती है, लेकिन पड़ोसी देश में हो रहे अत्याचार पर कुछ नहीं कर पा रही है.
Bangladesh Violence : बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर लगातार बढ़ती हिंसा और अत्याचारों के खिलाफ भारत में विरोध प्रदर्शन भी होने शुरू हो गए हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के हालातों पर गौर करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि जहां पर भारी हिंसा और अत्याचार हुए हैं वहां की गहन जांच करवानी चाहिए. साथ ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि जब केंद्र की मोदी सरकार खुद को इतनी शक्तिशाली कहती है तो बांग्लादेश में संतों का सम्मान और बचाव क्यों नहीं कर पाती है.
विदेश नीति के मामले में TMC केंद्र के साथ खड़ी
वहीं, तृणमूल कांग्रेस की सांसद सागरिका घोष ने मंगलावर को हमारी पार्टी बांग्लादेश के मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ खड़ी है. उन्होंने समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए कहा कि TMC चाहती है केंद्र सरकार हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार मामले में जल्द कोई समाधान निकालने की कोशिश करे. उन्होंने आगे कहा कि 170 मिलियन आबादी वाले देश में 8 फीसदी हिंदू रहते हैं और यहां पर शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद से अब तक 200 से ज्यादा हिंसक घटनाओं का सामना किया है. साथ ही बांग्लादेश में इस्कॉन संत चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके बाद से वहां पर हिंदुओं के लिए और ज्यादा माहौल खराब हो गया है.
संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहिए मुद्दा
पश्चिम बंगाल की विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बांग्लादेश में जारी हिंसा के मुद्दे को भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र में उठा सकती है. इसके बाद वहां पर शांति सेना भेजकर हिंसा को रोकने के साथ हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर लगाम लगाई जा सके. उन्होंने आगे कहा कि हमारे परिवार के सदस्य, संपत्तियां और प्रियजन बांग्लादेश में रहते हैं. हम केंद्र सरकार के स्टैंड के साथ खड़े हैं लेकिन दुनिया में कहीं भी अगर धार्मिक आधार पर हिंसा हो रही है तो हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.
यह भी पढ़ें- Ayodhya News: अयोध्या में राम विवाह की तैयारियां जोरों पर, 6 दिसंबर को होगा भव्य समारोह