Election 2024 : चुनाव आयोग पर विपक्षी पार्टियों के अलावा जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि EC मोदी सरकार के अंग के रूप में काम कर रहा है.
16 September, 2024
Election 2024 : जनसुराज (Jansuraj) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने विपक्षी नेताओं की तरह निर्वाचन आयोग (Election Commission) की विश्वनीयत पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से मैं कहता आ रहा हूं कि लोगों के बीच में यह आम धारणा बन गई है कि BJP सरकार में इलेक्शन कमीशन अपना कार्य स्वायत्त की बजाए केंद्र सरकार के अंग तौर पर कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि अब समाज में चुनाव आयोग की ऐसी छवि बन गई है कि मोदी सरकार जो कहती है वही आयोग करता है.
विश्वनीयता और निष्पक्षता पर खड़े हुए सवाल
प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि देश में जहां भी चुनाव होते हैं वहां पर चुनाव आयोग की कार्यशैली, विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर लोग प्रश्न चिह्न लगा देते हैं. इसके अलावा मोदी सरकार के दौर में केंद्रीय चुनाव आयोग के अलावा राज्य स्तर के आयोग पर भी केंद्र ही फैसला लेती है. प्रशांत ने बंगाल चुनाव को लेकर कहा कि जब में इलेक्शन कैंपेन काम कर रहा था तो उस वक्त मैंने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए थे. जनसुराज के सूत्रधार ने पहले भी कई बार चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए हैं.
4 राज्यों में चुनाव, लेकिन दो में तारीख का एलान
साल 2024 में देश में तीन राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव होने थे. लेकिन आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है. लेकिन अभी तक झारखंड और महाराष्ट्र में चुनावों का एलान नहीं किया है. ऐसे में विपक्षी दलों का कहना है कि चुनाव आयोग BJP के संकेतों का इंतजार करता है. चुनाव आयोग ने यह कहते हुए तारीख एलान नहीं किया था कि राज्य में अभी त्योहार है इसलिए वहां पर मतदान कुछ समय बाद करवाया जाएगा और EC ने कहा कि भारी संख्या में पुलिस बल जम्मू-कश्मीर में तैनात किया गया है, इसलिए अभी सुरक्षा के लिहाज से उनके चुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया गया है. कई ऐसे मुद्दे हैं जहां पर इलेक्शन कमीशन सवालों के घेरे में आ जाता है.
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