Delhi News Chief Minister: मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को हर महीने मिलने वाली सैलरी और भत्ता लगभग आधा हो जाएगा. वहीं, आतिशी (Atishi) की सैलरी अब डबल हो जाएगी.
Delhi News Chief Minister: देश की राजधानी दिल्ली में इस वक्त सियासत जोरों पर हैं. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को अपना इस्तीफा मंगलवार की शाम करीब 4.45 बजे सौंप दिया.
इस दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ आतिशी समेत दिल्ली सरकार के सभी मंत्री मौजूद रहे. उनकी जगह अब दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी (Atishi) दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बनेंगी. अब अरविंद केजरीवाल सिर्फ एक विधायक रह गए हैं. ऐसे में जानते हैं कि दिल्ली के विधायक और मुख्यमंत्री को किस तरह की सुविधाएं मिलती है.
12 साल बाद हुई थी मंत्री-मुख्यमंत्री की सैलरी-भत्ते में बढ़ोतरी
दिल्ली में AAP सरकार की ओर से विधायकों, मंत्रियों-मुख्यमंत्री की सैलरी-भत्ते में बढ़ोतरी की गई है. यह बढ़ोतरी करीब 12 साल बाद हुई थी, जिसमें विधायकों की सैलरी 66 फीसदी और मंत्रियों-मुख्यमंत्री की सैलरी 136 फीसद तक बढ़ाई गई थी. बढ़ोतरी के बाद दिल्ली के एक विधायक की एक महीने की बेसिक सैलरी 30 हजार रुपये हो गई है. पहले ये 12 हजार रुपये थी. वहीं, मंत्री और मुख्यमंत्री की बेसिक सैलरी 60 हजार रुपये है. यह पहले 30 हजार रुपये थी.
मंत्री, मुख्यमंत्री, विधानसभा के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष को हर महीने बेसिक सैलरी और भत्ता मिलाकर 1.70 लाख रुपये मिलते हैं. बढ़ोतरी से पहले यह 72 हजार रुपये थी. मंत्री और मुख्यमंत्री को हर महीने बेसिक सैलरी के साथ 30 हजार निर्वाचन. 25 हजार सचिवालय भत्ता, 10 हजार रुपये सम्प्चुअरी अलाउंस (गेस्ट के खर्च के लिए अलग से भत्ता) मिलता है. इसके अलावा हर दिन 15 सौ रुपये का डेली अलाउंस भी मिलता है. इस तरह से कुल सैलरी 1.70 लाख रुपये हो जाती है.
मुख्यमंत्री-मंत्री की सरकारी गाड़ी में 700 लीटर तक पेट्रोल फ्री
वहीं विधायक की बेसिक सैलरी के साथ हर महीने 25 हजार निर्वाचन भत्ता, 15 हजार सचिवालय भत्ता, 10 हजार ट्रैवेल भत्ता और टेलीफोन भत्ता 10 हजार रुपये का मिलता है. इस हिसाब से विधायकों को हर महीने कुल मिलाकर 90 हजार रुपये मिलते हैं. इन सबके अलावा विधायकों को 15 सौ रुपये का डेली अलाउंस भी मिलता है, लेकिन यह साल में सिर्फ 40 दिन का ही मिलता है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री को हर महीने हेलीकॉप्टर और सरकारी गाड़ी की सुविधा भी मिलती है.
इन गाड़ियों में हर महीने 700 लीटर तक पेट्रोल फ्री रहता है. वहीं, अगर मुख्यमंत्री अपनी निजी वाहन का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें 10 हजार रुपये का भत्ता प्रति महीने मिलता है. विधायकों को इस तरह की सुविधा नहीं मिलती. इसके अलावा मुख्यमंत्री किसी भी वक्त गाड़ी खरीदने के लिए 12 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं. जबकि, विधायकों को सिर्फ 8 लाख रुपये तक का लोन ही मिल सकता है. मुख्यमंत्री को हर महीने पांच हजार यूनिट और विधायकों हर महीने 4 हजार रुपये तक की फ्री बिजली और फ्री पानी मिलता है.
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विधायक के तौर पर जारी रहेंगी अरविंद केजरीवाल की सुविधाएं
हालांकि, अरविंद केजरीवाल भले ही अब मुख्यमंत्री नहीं रहे, लेकिन एक विधायक के तौर पर उनको विधायक को मिलने वाली सारी सुविधाएं अब भी जारी रहेंगी. इन सब के अलावा उन्हें अब भी हर महीने 30 हजार रुपये मिलेंगे. यह डेटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी के लिए होता है. मुख्यमंत्री और विधायक अपने ऑफिस में डेटा एंट्री ऑपरेटर रखते हैं, जिसकी सैलरी दिल्ली सरकार ही देती है. इन सब के अलावा, दिल्ली में सभी विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री को हर साल 1 लाख रुपये तक की फ्री यात्रा की सुविधा भी मिलती है.
विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री और उनका परिवार हर सास देशभर में कहीं भी और किसी भी समय 1 लाख रुपये तक की फ्री यात्रा कर सकता है. ऐसे में अब सब मिलाकर देखें तो अरविंद केजरीवाल को 1.70 लाख रुपये की जगह 90 हजार रुपये ही प्रति महीने मिलेंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उनको हर महीने मिलने वाली सैलरी और भत्ता लगभग आधा हो जाएगा. वहीं, आतिशी की सैलरी अब डबल हो जाएगी. यह 90 हजार रुपये से बढ़कर 1.70 लाख रुपये हो जाएगी.
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