Zakaria Zubeidi And Israel-Hamas Ceasefire : रिहाई के बीच इजराइल ने अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड के जकारिया जुबैदी को रिहा करते ही धमकी दे दी है.
Zakaria Zubeidi And Israel-Hamas Ceasefire: इजराइल-हमास के बीच हुए युद्ध विराम और बंधकों की अदला-बदली के बाद माना जा रहा है कि सब कुछ शांत हो जाएगा. गाजा में 15 महीनों के बाद शांति लौट गई है, लेकिन क्या यह शांति कायम रह पाएगी.
दरअसल, दोनों ओर से कैदियों और बंधकों की रिहाई के बीच इजराइल ने अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का पूर्व जेनिन प्रमुख जकारिया जुबैदी को रिहा करते ही धमकी दे दी है. गौरतलब है कि जकारिया जुबैदी खुद को फिलिस्तीनी ‘ड्रैगन’ कहता है, जिसने शिकारी को मात दी है. उसे ब्लैक रैट भी कहा जाता है.
4 बार मारने की रची गई साजिश
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने अपने X हैंडल पर बड़ी धमकी दी है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि इजरायली बंधकों को मुक्त करने के लिए एक सौदे में रिहा हुए जकारिया जुबैदी, एक गलती और तुम पुराने दोस्तों से मिलने चले जाओगे. उन्होंने साफ-साफ लिखा कि इजराइल आतंक के लिए समर्थन बर्दाश्त नहीं करेगा. बता दें कि फिलिस्तीनी आतंकी समूह के पूर्व नेता जकारिया जुबैदी को गुरुवार को इजराइल और हमास के बीच गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा किया गया है.
49 वर्षीय जकारिया जुबैदी अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का मेन कमांडर रह चुका है. कई इजराइलियों को मारने के जुर्म में उसे साल 2019 में गिरफ्तार किया गया था. बाद में वह जेल में ही सुरंग खोदकर भाग गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरे इंतिफादा के समय से लेकर साल 2019 तक कई बार वह इजराइली सेना से बचता रहा. जानकारी के मुताबिक उसे चार बार मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह हर बार बच गया.
कई बार उसने इजराइली सेना को चकमा दिया है. ऐसे में उसे ब्लैक रैट कहा जाता है. साथ ही उसने राजनीति विज्ञान में मास्टर्स की है, इस दौरान अपनी
थीसिस में खुद को शिकारी को हराने वाला ड्रैगन बताया था. थीसिस का शीर्षक था ‘द हंटर एंड द ड्रैगन’. बता दें कि उसे साल 2019 में जब गिरफ्तार किया गया था, तब एक वरिष्ठ इजराइली खुफिया अधिकारी ने मजाक उड़ाते हुए कहा था कि आखिर बिल्ली जाल में फंस ही गई.
This is Zakaria Zubeidi, a terrorist leader in Fatah’s Al-Aqsa Martyrs Brigade.
— Yehuda Teitelbaum (@chalavyishmael) January 31, 2025
He helped mastermind the Second Intifada and is responsible for murdering dozens, if not hundreds, of Israelis.
He was released from prison today.
This was his welcome.
1/4pic.twitter.com/QzuMfpQCW6
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गिल्बोआ जेल में खोदी थी सुरंग
वहीं, पकड़े जाने के बाद जकारिया जुबैदी ने साल 2021 में पांच अन्य फिलिस्तीनी कैदियों के साथ गिल्बोआ जेल में ही सुरंग खोद दी और भाग निकला. गौरतलब है कि गिल्बोआ जेल अपनी सुरक्षा के लिए जाना जाता है. हालांकि, कुछ दिन बाद फिर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में उसे 5 साल की सजा सुनाई गई थी. जकारिया जुबैदी ने कई साल जेल में बिताए हैं. जेनिन शरणार्थी शिविर में जन्मे जकारिया जुबैदी को लेकर दावा किया जाता है कि उसके सात भाई-बहन थे.
साल 2002 के जेनिन शरणार्थी शिविर पर इजराइली हमले में उसकी मां समीरा और उनके भाई ताहा की मौत हो गई थी. जकारिया जुबैदी को 13 साल की उम्र में इजराइली सेना पर पत्थर फेंकते समय गोली लगी थी. वहीं, 15 साल की उम्र में वह पहली बार गिरफ्तार हुआ था. वह दूसरे इंतिफादा यानि साल 2000 से लेकर 2005 तक अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का सैन्य कमांडर रह चुका है. साल 2007 में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के नेतृत्व वाले ‘फतह’ के लिए भी चुना जा चुका है.
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति यासर अराफात की मृत्यु के बाद ‘फतह’ की सशस्त्र शाखा को खत्म कर दिया गया. साल 2007 में उसने आत्मसमर्पण कर दिया, इसके बदले में उसे माफी मिल गई. साल 2011 में इजराइली सेना ने उसकी माफी रद्द कर दी और उसे नजरबंद कर दिया. पिछले साल मई और सितंबर में इजराइली सेना के साथ लड़ाई में जकारिया जुबैदी के बेटे दाऊद और मोहम्मद की भी मौत हो चुकी है.
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