Yahya Sinwar Dead: इस्माइल हानियेह (Ismail Haniyeh) की मौत के बाद हमास के नए लीडर बने याह्या सिनवार को Israel Defense Forces ने ढेर कर दिया है.
Yahya Sinwar Dead: साल 2018 में याह्या सिनवार ने कहा था कि हम इजराइल के लोगों के दिलों को उनके शरीर से अलग कर देंगे.
इसके बाद 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में एक हजार से अधिक लोगों के नरसंहार ने याह्या सिनवार के इस बात को सच कर दिया. अब इजराइल (Israel-Hamas War) के हाथ बहुत बड़ी कामयाबी लगी है.
दरअसल, इस्माइल हानियेह (Ismail Haniyeh) की मौत के बाद हमास के नए लीडर बने याह्या सिनवार को इजराइली रक्षा बलों (Israel Defense Forces) ने हमले में ढेर कर दिया है.
इजराइली रक्षा बलों की ओर से उसके मारे जाने की जांच चल रही थी. अब इजराइल की ओर से इस बात का पुष्टि कर दी गई है. बता दें कि याह्या सिनवार को खान यूनिस का कसाई (Butcher of Khan Younis) कहा जाता था.
Yahya Sinwar Dead: IDF के ऑपरेशन में हुआ ढेर
IDF ने अपने X पोस्ट गुरुवार को बताया कि गाजा में IDF के ऑपरेशन के दौरान 3 आतंकियों ढेर कर दिया गया. IDF और ISA (Israeli Security Agency) इस संभावना की जांच कर रहे हैं कि आतंकियों में से एक याह्या सिनवार ही था.
बता दें कि इस्माइल हानियेह की 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में मौत के बाद याह्या सिनवार हमास का नया लीडर घोषित किया गया था. साल 2017 के बाद उसे किसी ने नहीं देखा.
इजराइली रक्षा बलों ने दावा किया था कि वह गाजा के नीचे सुरंगों में छिप कर रहता था. IDF से मिली जानकारी के मुताबिक, वह हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में से एक था.
IDF ने बताया था कि इजराइल में हुए क्रूर नरसंहार (7 October Massacre) का वह मास्टरमाइंड था.
हथियारों के लिए फंड जुटाता था याह्या सिनवार
IDF ने बताया था कि याह्या सिनवार गाजा में सुरंगों, रॉकेट लांचर और हथियारों के लिए फंड जुटाता था. याह्या सिनवार का जन्म साल 1962 में खान यूनिस (उस समय मिस्र के नियंत्रण) में हुआ था.
साल 1982 में पहली बार उसे सिर्फ 19 साल की उम्र में इजराइल में गिरफ्तार कर लिया गया था. उस पर 2 इजराइली सैनिको की हत्या के अलावा चार फिलिस्तीनियों की हत्या का आरोप लगा था.
हालांकि, छह महीने की जेल बाद उसे रिहा कर दिया. साल 1987 में हमास की स्थापना के अगले साल (20 जनवरी 1988) फिर उसे गिरफ्तार किया गया था.
इस बार उसे चार आजीवन कारावास और 30 वर्ष की सजा सुनाई. जेल में ही उसने अपनी पैठ बनाई और लीडर की तरह काम करने लगा. 23 साल जेल में बिताने के बाद उसे रिहा कर दिया गया.
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2011 में इजराइल की जेल से हुआ रिहा
साल 2006 में इजरायली सैनिक गिलाद शालिट को पांच साल से अधिक समय तक गाजा में बंदी बनाकर रखा गया था. 11 अक्टूबर 2011 को हमास और इजराइल के बीच शालिट डील हुई.
11 अक्टूबर 2011 को किए गए इस सौदे के तहत इजराइल ने इजराइली सैनिक गिलाद शालिट की रिहाई के बदले में 1,027 फिलिस्तीनी (Palestine) बंदियों को रिहा किया था. इसमें याह्या सिनवार भी शामिल था.
जेल से रिहा होने के बाद वह अपने विरोधियों और इजराइल की सहायता करने वाले संदिग्धों को क्रूर यातनाएं देता था. ऐसे में वह खान यूनिस का कसाई के रूप में जाना जाने लगा.
रिहाई के बाद वह गाजा में हमास का एक प्रमुख व्यक्ति बन गया और 2015 में अमेरिकी सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर उसे आतंकी घोषित किया गया.
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अली खामेनेई का माना जाता था करीबी
खान यूनिस के कसाई के तौर पहचाने जाने वाले याह्या सिनवार के बारे में एक बार BBC ने अपनी रिपोर्ट में बहुत बड़ा खुलासा किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक उसने इजराइल के लिए जासूसी करने के शक में एक शख्स को उसके भाई के हाथों ही जिंदा जमीन दफन करवा दिया था.
उसने दफन करने के लिए कोई फावड़ा और मशीन नहीं दी थी. उसने चम्मच से उसे दफन करवाया था. IDF के मुताबिक वह लोगों को कंट्रोल करने में माहिर था. उसने अपने ही साथी हमास कमांडर महमूद इश्तिवी की भी जान ले ली थी.
महमूद इश्तिवी (Mahmoud Ishtiwi) के खिलाफ साल 2015 में समलैंगिकता और पैसों की हेरा-फेरी का आरोप लगा था.
बता दें कि इस्माइल हानियेह की तरह ही याह्या सिनवार को भी ईरान (Iran) के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई (Ali Khamenei) का करीबी माना जाता है
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