Next Ukraine President: हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए आने सप्ताह में माना जा रहा है कि वोलोडिमिर जेलेंस्की पर यूक्रेन में चुनाव कराने का दबाव बढ़ सकता है.
Next Ukraine President: रूस के साथ संघर्ष के बीच बड़ा सवाल बन गया है कि यूक्रेन में राष्ट्रपति चुनाव कब होंगे? यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से जब पूछा जाता है कि उनके देश में अगले राष्ट्रपति का चुनाव कब होगा, तो वह एक ही जवाब देते हैं कि जब युद्ध खत्म होते ही मार्शल लॉ हट जाएगा और चुनाव की घोषणा की जाएगी.
इसी बीच अमेरिका के व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ 28 फरवरी को तीखी नोक-झोंक हुई थी. अब आने सप्ताह में माना जा रहा है कि वोलोडिमिर जेलेंस्की पर यूक्रेन में चुनाव कराने का दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप वोलोडिमिर जेलेंस्की को पहले तानाशाह भी बता चुके हैं. ऐसे में वोलोडिमिर जेलेंस्की की जगह अगला राष्ट्रपति कौन होगा यह भी बड़ा सवाल बन गया है.
यूक्रेन मेंवालेरी जालुजनी बने प्रबल दावेदार
बता दें कि कुछ समय पहले यूक्रेन की KIIS यानि कीव इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशियोलॉजी की ओर से सर्वे किया गया था. इस सर्वे के मुताबिक वोलोडिमिर जेलेंस्की यूक्रेन में सबसे लोकप्रिय राजनेता बने हुए हैं. सर्वे में पाया गया कि लगभग 50 से 55 फीसदी लोग वोलोडिमिर जेलेंस्की पर भरोसा करते हैं.
वहीं उनके सबसे निकट प्रतिद्वंद्वी वैलेरी जालुजनी को 60 से 62 फीसदी लोगों ने पसंद किया गया है. कई अन्य एजेंसियों के मुताबिक अगर भविष्य में चुनाव होते हैं, तो जनरल वेलेरी जालुजनी वोलोडिमिर जेलेंस्की को हराने की क्षमता रखते हैं. यूक्रेन में लोकप्रिय होने के बाद भी वोलोडिमिर जेलेंस्की अगर वेलेरी जालुजनी के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो वह राष्ट्रपति पद का चुनाव 30 प्रतिशत से 65 प्रतिशत मतों से हार सकते हैं.
बता दें कि यूक्रेन में प्रमुख नाम वालेरी जालुजनी साल 2021 से पिछले साल तक यूक्रेनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ थे. वर्तमान में वह ब्रिटेन में यूक्रेन के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं. वालेरी जालुजनी को पिछले साल 8 फरवरी को सशस्त्र बलों के प्रमुख के पद से हटाकर ओलेक्सेंडर सिरस्की को नया कमांडर-इन-चीफ नियुक्त किया गया. वालेरी जालुजनी और वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच लंबे समय से विवाद देखने को मिल रहा है.
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चुनाव से इन्कार कर रहे वोलोडिमिर जेलेंस्की
दरअसल, 28 फरवरी को वोलोडिमिर जेलेंस्की की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात वैसी नहीं रही, जैसी यूक्रेनी राष्ट्राध्यक्ष ने उम्मीद की थी. अब ऐसे में स्पष्ट है कि शीर्ष अमेरिकी अधिकारी यूक्रेनी नेता पर दबाव बढ़ाएंगे. अमेरिकी NSA यानि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने भी कहा है कि हमें यूक्रेन में एक ऐसे नेता की आवश्यकता है जो हमारे साथ रूसियों से निपट सके और इस युद्ध को समाप्त कर सके.
बता दें कि 19 फरवरी को ही डोनाल्ड ट्रंप ने वोलोडिमिर जेलेंस्की को यूक्रेन का तानाशाह बताया था. साथ ही कहा था कि वोलोडिमिर जेलेंस्की चुनाव कराने से इन्कार कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि बिना चुनाव के तानाशाह वोलोडिमिर जेलेंस्की को जल्द से जल्द आगे बढ़ना चाहिए, नहीं तो उनके पास कोई देश नहीं बचेगा.
साथ ही कहा था कि यूक्रेनी पोल में उनका प्रदर्शन बहुत कम रहा है. रूस भी साल 2014 से ही यूक्रेन के राष्ट्रपति और सरकार की वैधता पर सवाल उठाता रहा है यानि वोलोडिमिर जेलेंस्की के राष्ट्रपति चुने जाने से भी बहुत पहले से. अब हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए माना जा रहा है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर चुनाव कराने का दबाव बढ़ सकता है और उन्हें देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव करने का फैसला करना पड़ सकता है.
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