Russia-Ukraine War: फरवरी 2022 में शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष पर प्रतिक्रिया में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने कहा है कि इसके खत्म होने की कोई समयसीमा नहीं है.
19 October, 2024
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ढाई साल से भी अधिक समय से जारी है. विश्व के कई नेता रूस और यूक्रेन में युद्ध खत्म करवाने की असफल कोशिश कर चुके हैं. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने कहा है कि यूक्रेन के साथ लंबे समय से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई समयसीमा बताना मुश्किल है. वहीं, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि उनका देश जीतेगा. पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि युद्ध को समाप्त करने के लिए समयसीमा तय करना “प्रतिकूल” होगा. रूस-यूक्रेन संघर्ष फरवरी 2022 में शुरू हुआ और अब तक जारी है. इसमें दोनों ओर से बड़ी संख्या में नागरिक और सैनिक मारे जा चुके हैं. उन्होंने रूस को युद्ध में धकेलने के लिए अमेरिका और नाटो को दोषी ठहराया और कहा कि उनका देश जीतेगा।
Russia-Ukraine War: पुतिन कर चुके हैं मोदी की तारीफ
उन्होंने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की चिंता की सराहना की है. उन्होंने यह भी कहा कि यह पश्चिमी विरोधी नहीं बल्कि गैर-पश्चिमी है. यहां पर बता दें कि नरेन्द्र मोदी 22-23 अक्टूबर को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कज़ान जाने वाले हैं. वहीं, मॉस्को से लगभग 50 किलोमीटर दूर अपने आधिकारिक निवास नोवो-ओगारियोवो में ब्रिक्स देशों के वरिष्ठ संपादकों के साथ बातचीत में रूसी नेता ने यह भी संकेत दिया कि नरेन्द्र मोदी से मिलने पर वह भारतीय फिल्मों को और बढ़ावा देने पर चर्चा कर सकते हैं. वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा पूछे जाने पर कि क्या वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में भारत की भूमिका देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि रूस इसके लिए आभारी है.
Russia-Ukraine War: भारत कर चुका है युद्ध खत्म करवाने का प्रयास
गौरतलब है कि नरेन्द्र मोदी ने 27 अगस्त को पुतिन से फोन पर कहा था कि वह रूस-यूक्रेन संघर्ष के शीघ्र, शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं. इससे कुछ दिन पहले उन्होंने कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बातचीत की थी और उन्होंने जुलाई में मॉस्को का दौरा भी किया था. इसके बाद 5 सितंबर को अपनी टिप्पणी में पुतिन ने भारत, चीन और ब्राजील को उन देशों के रूप में पहचाना था, जिनके साथ रूस यूक्रेन संघर्ष को हल करने के लिए संपर्क में था.
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